चुनाव आयोग ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि वीवीपैट स्लिप और ईवीएम के द्वारा डाले गए वोटों में के मिलान के बाद किसी तरह की कोई खामी नहीं पाई गई है.
चुनाव आयोग के मुताबिक हर विधानसभा क्षेत्र के 5 बूथ से वीवीपैट स्लिप का वोटों के साथ मिलान किया गया. सबके सामने काउंटिंग करने के बाद यह पाया गया कि किसी भी तरह की कोई गड़बड़ नहीं है.
चुनाव आयोग के मुताबिक 288 विधानसभा क्षेत्रों के 1440 पर्चियों की जांच की गई. इनमें से किसी भी पर्ची का मिसमैच नहीं पाया गया.
क्या था मामला
दरअसल, 23 नवंबर को आए महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजों के बाद महायुति को भारी जीत मिली और एमवीए को सिर्फ 54 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. यहां तक कि बारामती में शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार भी एनसीपी प्रमुख अजित पवार के सामने हार गए. बारामती सीट दोनों दलों के लिए नाक का सवाल था.
इसके बाद युगेंद्र सहित अन्य 20 नेताओं ने ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाए और वीपीपैट स्लिप से मिलान कराए जाने की अपील की.
कांग्रेस ने भी की थी शिकायत
कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव में नांदेड़ सीट पर जीत हासिल की थी लेकिन वह इस क्षेत्र की सभी 6 विधानसभा सीटें हार गई. इसके बाद कांग्रेस ने ईवीएम में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया था और चुनाव आयोग को पत्र लिखा था. हालांकि, मिलान के बाद किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई.