प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को नई दिल्ली स्थित सीबीसीआई सेंटर परिसर में कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में शामिल हुए।

 

इस मौके पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जर्मनी के क्रिसमस मार्केट में जो हुआ उससे मेरे हृदय में बहुत पीड़ा है। उन्होंने कहा कि लॉर्ड क्राइस्ट की शिक्षाएं प्रेम और भाईचारा सिखाती हैं। यह काफी जरूरी है कि हम सभी उनकी इस भावना को मजबूत बनाने की दिशा में काम करें।

 

आगे उन्होंने कहा, 'हालांकि, जब समाज में हिंसा फैलाकर अशांति पैदा करने की कोशिश की जाती है तो मेरे हृदय में पीड़ा होती है। कुछ दिन पहले हमने देखा कि जर्मनी के क्रिसमस मार्केट में क्या हुआ। यह काफी जरूरी है कि हम सब एक साथ आकर इसका मुकाबला करें।'

 

जर्मनी में एक सऊदी फिजीशियन खचाखच भरी मार्केट में गाड़ी लेकर घुस गया था जिसकी वजह से एक 9 साल बच्चे समेत 5 लोगों की मौत हो गई थी।

 

 

फादर एलेक्सिस को अफगानिस्तान से लाए

पीएम मोदी ने कहा, 'यह मेरे लिए बहुत संतोषजनक था जब हम एक दशक पहले अफगानिस्तान से फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार को लाए थे। वह वहां पर 8 महीनों तक फंसे थे और बंधक बने हुए थे। हमारे लिए यह सिर्फ डिप्लोमेटिक मिशन नहीं था बल्कि अपने परिवार के व्यक्ति को वापस लाने की भावनात्मक प्रतिबद्धता थी।'

 

भारत किसी भी स्थान से अपने नागरिकों को वापस लाना अपनी जिम्मेदारी समझता है।

'कोविड में दुनिया को सप्लाई की वैक्सीन'

कोविड के दौरान बहुत सारे देश जो मानवाधिकारो की वकालत करते हुए दिखते हैं वे विकासशील देशों की मदद करने में सफल नहीं हो सके। भारत ने 150 से ज्यादा देशों को वैक्सीन सप्लाई की।

 

उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं ने हमें इस बात का भरोसा दिया है कि विकसित भारत का सपना जरूर पूरा होगा।

कार्डिनल्स, बिशप से की बातचीत

प्रधानमंत्री  ने इस मौके पर कार्डिनल्स, बिशप और चर्च के प्रमुख लीडर्स सहित ईसाई समुदाय के प्रमुख नेताओं के साथ भी बातचीत की। यह पहली बार है जब किसी प्रधानमंत्री ने भारत में कैथोलिक चर्च के मुख्यालय में इस तरह के कार्यक्रम में भाग लिया।

 

कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) की स्थापना 1944 में हुई थी और यह बॉडी पूरे देश में सभी कैथोलिकों के साथ मिलकर काम करती है।