महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही उम्मीदवारों के नए रंग भी देखने को मिल रहे है। राज्य में कई सीटों को लेकर अभी भी सियासी बवाल मचा हुआ है। किसी दल के नेता बागी बने हुए है तो कोई कार्यकर्ता सहीं कैंडिडेट नहीं उतारे जाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। ऐसे में पालघर सीट पर सियासी घमासान मच गया है। दरअसल, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने पालघर विधानसभा चुनाव के लिए राजेंद्र गावित को उम्मीदवार घोषित किया है।

 

इस फैसले से शिंदे गुट के मौजूदा विधायक श्रीनिवास वनगा बेहद नाराज हो गए हैं। किसी और को उम्मीदवार चुने जाने के फैसले से वह डिप्रेशन में चले गए हैं। इस बात से वह इतने आहत हुए हैं कि अब उनका पता ही नहीं चल रहा है। वनगा पिछले कई घंटों से लापता हैं और उनसे कोई भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। वनगा की पत्नी के मुताबिक, टिकट नहीं मिले जाने से वह बहुत ज्यादा नाराज थे और उनके मन में सुसाइड जैसे भी ख्याल आ रहे थे। बता दें कि वनगा सोमवार से ही लापता है।

 

प्रेस कॉन्फ्रेस में जाहिर किया था अपना गुस्सा

वनगा ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेस में अपना गुस्सा जाहिर किया था जिसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। परिजनों का कहना है कि वह इस बात से इतने आहत हुए थे कि उन्होंने खाना-पीना भी छोड़ दिया है। 

 

कौन सी बात से नाराज है वनगा?

वनगा के मुताबिक, उन्होंने एकनाथ शिंदे और पार्टी का जमकर समर्थन किया, लेकिन बदले में उन्हें केवल नाकामी हासिल हुई। परिवार के लोगों का कहना है कि उनके मन में आत्महत्या जैसे विचार आने लगे है। इसके अलावा, बीती रात से परिजनों को भी उनकी कोई खोज-खबर नहीं है। एक मराठी चैनल के मुताबिक, एकनाथ शिंदे ने वनगा की पत्नी समुन वनगा को फोन कर जानकारी ली थी और उन्हें मनाने को कहा था। सुमन के अनुसार, सीएम ने उनसे वादा किया है कि उन्हें विधानसभा चुनाव में मौका न देने की एवज में विधान परिषद भेजा जाएगा। फिलहाल वनगा का फोन स्विच ऑफ है और उनसे आखिरी मुलाकात सोमवार शाम 8 बजे तक हुई थी। इसके बाद वह कहीं निकल गए थे और तब से अब तक उनकी कोई जानकारी नहीं मिली है।