तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में एक चौंकाने वाली घटना ने लोगों के अंदर गुस्सा भड़का दिया है। खबरों के मुताबिक, एक सुरक्षा गार्ड अजित कुमार की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही, शिवगंगा के पुलिस अधीक्षक (SP) आशीष रावत को राज्य सरकार ने ‘अनिवार्य प्रतीक्षा’ (Compulsory Wait) पर भेज दिया है। उन्हें चेन्नई में पुलिस महानिदेशक के कार्यालय में भेजा गया है।

 

यह घटना शिवगंगा जिले के तिरुप्पुवनम इलाके की है। पेशे से सुरक्षा गार्ड अजित कुमार को स्थानीय पुलिस ने एक चोरी के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। लेकिन हिरासत के दौरान उनकी मौत हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके में हंगामा मचा दिया। लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही और बर्बरता के कारण यह हादसा हुआ।

 

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राजनीतिक दलों का गुस्सा  

अजित कुमार की मौत के बाद विपक्षी दलों ने तमिलनाडु सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने इसे पुलिस की मनमानी और गैरकानूनी व्यवहार का सबूत बताया। कई राजनेताओं ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। लोगों ने भी सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

लोगों की मांग  

इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। लोग चाहते हैं कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। अजित कुमार के परिवार ने भी न्याय की मांग की है। इस मामले की जांच अभी जारी है, और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों को सजा मिलेगी।