गुजरात में भारतीय जनता पार्टी ने भूपेंद्र पटेल कैबिनेट में बड़ा बदलाव किया है। 16 कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफे के बाद अब नए मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल देखने को मिले हैं। राज्य मंत्री रहे हर्ष संघवी अब राज्य के डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। नए मंत्रिमंडल में 25 विधायकों को जगह दी गई है। इन नामों में सबसे ज्यादा चर्चा हर्ष संघवी की ही है। 

हर्ष संघवी ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत की मौजूदगी में गांधीनगर स्थित राजभवन में मंत्रि पद की शपथ ली। गुजरात में पहले कुल 16 मंत्री थे, अब 25 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। नए मंत्रिमंडल में रिवाबा जडेजा को भी जगह दी गई है। 

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कौन हैं हर्ष संघवी?

हर्ष संघवी, गुजरात की राजनीति के चर्चित चेहरे हैं। उनकी गिनती, राज्य के सबसे चर्चित मंत्रियों में होती है। अब उनकी जिम्मेदारी और बढ़ा दी गई है। हर्ष संघवी की बीजेपी संगठन में भी मजबूत पकड़ रही है। वह केंद्रीय नेतृत्व के करीबी हैं।  सितंबर 2021 में उन्हें स्वतंत्र प्रभार मिला था, वह राज्य मंत्री से सीधे डिप्टी सीएम बने हैं। 

हर्ष संघवी आदिवासी क्षेत्रों में काम करते रहे हैं। उन्होंने आदिवासी बाहुल क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों से निपटने के लिए आंदोलन चलाया था। हर्ष पहली बार 2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने थे। तब वह गुजरात विधानसभा के सबसे युवा विधायक थे। हर्ष संघवी ने 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में भी मजुरा सीट से जीत हासिल की। 2022 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के पीवीएस शर्मा को 1,16,675 वोटों के अंतर से हराया। 

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हर्ष संघवी ही क्यों बनाए गए डिप्टी सीएम?

हर्ष संघवी, गुजराती जैन हैं। गुजरात में 2027 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी ने नए मंत्रिमंडल में सोशल इंजीनियरिंग की है, जिसमें हर वर्ग के लोगों को कैबिनेट में शामिल किया गया है। हर्ष संघवी भी जैन समाज से आते हैं। गुजरात में जैन समुदाय आर्थिक रूप से मजबूत धार्मिक समूहों में गिना जाता है। जैन समाज की आबादी भले ही राज्य में करीब 1 लाख हो लेकिन यह समुदाय बेहद असरदार है। जानकारों का कहना है कि यह भी उनके प्रमोशन की एक वजह हो सकती है। हर्ष संघवी बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के करीबी हैं। उनकी मजबूत दखल, भूपेंद्र पटेल सरकार में भी है। अब बीजेपी ने उनकी भूमिका और बढ़ा दी है।


किन विभागों को संभाल चुके हैं?

हर्ष संघवी, भूपेंद्र पटेल की मंत्रिमंडल में खेल, युवा सेवा, प्रवासी गुजरातियों का प्रभाग, परिवहन, गृह रक्षक दल, ग्राम रक्षक दल, नागरिक सुरक्षा, जेल, सीमा सुरक्षा, गृह और पुलिस आवास, उद्योग, और सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे विभागों को संभाल चुके हैं। 

कहां से विधायक हैं हर्ष संघवी?

हर्ष संघवी साल 2022 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में मुजूरा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। उनके खिलाफ आम आदमी पार्टी के पीवीएस शर्मा ने चुनाव लड़ा था। AAP को सिर्फ 16669 वोट पड़े थे, वहीं हर्ष संघवी को 133,335    वोट पड़े थे। उन्होंने करीब 1,16,675 वोटों से चुनाव जीता था। 

कितने पढ़े-लिखे हैं हर्ष संघवी?

नौवीं पास हैं। उन्होंने टीवी हाई स्कूल, नानपुरा, सूरत से पढ़ाई की है। उनकी और शिक्षा के बारे में ज्यादा विवरण उपलब्ध नहीं है। 

 

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कितनी संपत्ति के मालिक हैं?

हर्ष संघवी के पास 17 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। इसमें बैंक बैलेंस, वाहन, नकद, बीमा, निवेश भी शामिल है। उनके पास 1.25 करोड़ के आसपास अचल संपत्ति है। उनकी सूरत में कुछ जमीनें हैं। उन पर करीब 8 करोड़ रुपये का कर्ज है। 

कैसे राजनीति में आए?

हर्ष संघवी ने 15 साल की उम्र में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। बीजेपी की युवा शाखा, युवा मोर्चा के साथ उन्होंने काम किया था। साल 2012 में उन्होंने रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीता और गुजरात विधानसभा में चौथे सबसे बड़े विजेता बने। 27 साल की उम्र में सबसे युवा विधायक बने। उन्होंने तापी नदी को साफ करने के लिए 'क्लीन तापी' अभियान शुरू किया। यहीं से उनका सियासी कद लगातार बढ़ता गया। वह तीन बार के विधायक हैं।