दिल्ली में इमाम कथित तौर पर 17 महीनों से सैलरी न मिलने की वजह से बेहद नाराज हैं। उनका आरोप है कि दिल्ली सरकार ने उन्हें 17 महीने से सैलरी नहीं दी है। जब इसकी शिकायत करने इमाम आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के पास गए तो उन्हें  मिलने नहीं दिया गया।

इमाम संगठनों का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल सैलरी के मामले में मुलाकात ही नहीं करना चाहते हैं। इमामों का कहना है कि वे मुख्यमंत्री आतिशी से मिल चुके हैं लेकिन इस मुद्दे का कोई हल नहीं निकला है।
 

क्यों नाराज हैं मौलाना?
वक्फ इमाम के मौलाना साजिद रशीदी ने ANI के साथ बातचीत में कहा, '20 दिन पहले हम दिल्ली की सीएम आतिशी से मिले थे, उन्होंने 3-4 दिन इंतजार करने को कहा था, उसके बाद वे हमारा वेतन जारी कर देंगी। हमने गोपाल मोहन से कहा कि वे अरविंद केजरीवाल से हमारी मुलाकात करवा दें, क्योंकि वे वह कर सकते हैं जो आतिशी नहीं कर सकतीं। लेकिन वह भी नहीं हुआ।'

मौलाना साजिद रशीदी ने शनिवार को कहा, 'हम परसों यहां आए थे। गोपाल मोहन ने हमें दो दिन बाद आने को कहा था, वे हमें अरविंद केजरीवाल से मिलवा देंगे। आज वे हमें एक और सप्ताह इंतजार करने को कह रहे हैं। हमें इंतजार करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन 3 या 4 जनवरी को चुनाव की घोषणा होने वाली है और आचार संहिता लागू हो जाएगी। उसके बाद अनुदान नहीं मिल सकता।'

'17 महीने से नहीं मिला वेतन'
मौलाना साजिद रशीदी ने कहा, 'हम कह रहे हैं कि कम से कम अनुदान तो जारी कर दें। वह इसके लिए भी तैयार नहीं हैं। पिछले 17 महीनों से करीब 240 लोग बिना वेतन के हैं। हम कल तक इंतजार करेंगे, अगर कोई सकारात्मक जवाब नहीं आता है, तो हम परसों आकर धरना देंगे।'