मशहूर शिक्षक अवध ओझा आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अवध ओझा को औपचारिक तौर पर पार्टी में शामिल करवाया। इस मौके पर पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे। AAP में शामिल होने के बाद अवध ओझा ने कहा कि राजनीतिक में आकर शिक्षा का विकास करना ही उनका उद्देश्य है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाकी नेताओं के आने से पार्टी मजबूत होती है लेकिन अवध ओझा के आने से देश की शिक्षा मजबूत होगी। रोचक बात यह है कि यही अवध ओझा खुद स्वीकार कर चुके हैं कि वह 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से लोकसभा का टिकट मांग रहे थे।

 

अवध ओझा को पार्टी में शामिल कराने से पहले मनीष सिसोदिया ने कहा कि AAP हमेशा से शिक्षा के प्रति समर्पित रही है और इसी क्रम को आगे बढ़ाने के लिए अवध ओझा को शामिल करवाया जा रहा है। मनीष सिसोदिया ने कहा, 'अगर कोई मुझसे राजनीति और शिक्षा में से किसी एक को चुनने को कहे तो मैं आसानी से फैसला कर लूंगा कि मैं शिक्षा के क्षेत्र में काम करूंगा और राजनीति को छोड़ दूंगा।' बता दें कि मनीष सिसोदिया दिल्ली के डिप्टी सीएम के अलावा शिक्षामंत्री भी रहे हैं। हालांकि, जेल जाने के बाद उन्होंने अपना पद छोड़ दिया था।

 

क्या बोले अवध ओझा?

 

AAP में शामिल होने के बाद अवध ओझा ने कहा, 'मैं AAP और प्रमुख अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने मुझे राजनीति में आकर शिक्षा के लिए काम करने का मौका दिया है। मैं आप सबसे यह साझा करना चाहता हूं कि राजनीति में आकर शिक्षा का विकास ही मेरा उद्देश्य है।' विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर अवद ओझा ने कहा, 'अब तो मैं पार्टी का हिस्सा हूं तो पार्टी जो आदेश करेगी, मैं वही करूंगा।' अरविंद केजरीवाल ने इस पर कहा कि थोड़ा सस्पेंस बना रहने दीजिए, जैसे ही फैसला होगा आपको बता देंगे।

 

अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'अवध ओझा शिक्षा के क्षेत्र में जाना-माना नाम हैं। वह युवाओं को अच्छा जीवन जीने के लिए भी प्रेरणा देते हैं। हम नेताओं के आने पर कहते हैं कि इनके आने से पार्टी मजबूत होगी। इनके लिए हम कह सकते हैं कि अवध ओझा के आने से देश की शिक्षा मजबूत होती है। इसी के साथ राष्ट्र निर्माण भी मजबूत होगी।'