भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिग्गज नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कर्नाटक के उपचुनावों के बीच अचानक रजाकारों का जिक्र छेड़ दिया है। सीएम योगी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भड़कते हुए कहा कि उन्हें हैदराबाद के निजाम पर और गुस्सा दिखाना चाहिए क्योंकि रजाकारों ने आपका गांव जला दिया था।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'खड़गे जी, मेरे ऊपर गुस्सा मत करिए, मैं तो आपकी उम्र का सम्मान करता हूं। आपको गुस्सा करना है तो हैदराबाद के निजाम पर करिए। जिस हैदराबाद के निजाम के रजाकारों ने आपके गांव को जलाया था, हिंदुओं की निर्मम हत्या की थी। आपकी पूज्य माता को, बहन को, आपके परिवार के सदस्यों को जलाया था, इस सच्चाई को देश के सामने रखिए कि जब भी बटेंगे तो इसी प्रकार से निर्ममता से कटेंगे।'
सीएम योगी ने कहा, 'आप वोट बैंक के लिए सच्चाई को सामने रखने में कोताही कर रहे हैं। देश के साथ आप धोखा कर रहे हैं। मैंने तो एक ही चीज सीखी है, हर काम देश के नाम। मेरे लिए अपना देश और सनातन धर्म से बढ़कर कुछ भी नहीं है। आपको कम से कम सच्चाई वो रखनी चाहिए, जो देश की आजादी के 57 साल बाद, निजाम के रजाकारों ने उनके गुड्डों ने उस समय हिंदू जनता पर हैदराबाद रियासत के अदंर किया था। आप सच्चाई छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। सच्चाई छिपती नहीं है, वह सामने आ ही जाती है। सच्चाई यही थी कि निजाम के अत्याचारों पर आप पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को योगी आदित्यनाथ की ओर इशारा करते हुए कहा था कि अब जो लोग साधु थे, वे राजनेता बन गए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि कांग्रेस सत्ता में आने के लिए लालायित थी। देश के बंटवारे के लिए सहमत इसलिए हो गई क्योंकि मु्स्लिम गैंग के प्रभाव में थी। उन्होंने कहा, 'चुनाव तो बहुत होते हैं। लेकिन कुछ चुनाव महत्वपूर्ण हो जाते हैं। कुछ चुनाव ऐसे होते हैं जो देश का भाग्य बनाते हैं और कुछ ऐसे होते हैं जो देश का भाग्य बिगाड़ देते हैं। 1946 में भी एक चुनाव ऐसा हुआ था, जिसने भारत का भाग्य बदल दिया, जिसने भाग्य को दुर्भाग्य में बदल दिया। भारत का दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन हुआ। फिर सत्ता के लालच में कांग्रेस मुस्लिम गिरोह के चंगुल में फंस गई. इस गैंग ने देशवासियों को धोखा दिया और उसके बाद जो कुछ हुआ, वह सबके सामने है। देश के टुकड़े हो गए। हमेशा से एक रहने वाले भारत के टुकड़े हो गए।'
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आप बंटे थए, इसलिए यह देश बंट गया। हिंदुओं को मार दिया गया क्योंकि वे बंटे थे। इसलिए मैं आपसे कहने आया हूं कि बंटिए मत।'
मल्लिकार्जुन खड़ने के योगी पर कहा क्या था?
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'कई नेता साधुओं के वेश में रहते हैं और अब राजनेता बन गए हैं। कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। वे 'गेरुआ' कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं हैं। मैं भाजपा से कहूंगा कि या तो सफेद कपड़े पहनें या अगर आप संन्यासी हैं तो 'गेरुआ' कपड़े पहनें, लेकिन फिर राजनीति से बाहर निकलें। एक तरफ आप 'गेरुआ' कपड़े पहनते हैं और दूसरी तरफ आप कहते हैं 'बंटोगे तो कटोगे' वे लोगों के बीच नफरत फैला रहे हैं और उन्हें बांटने की कोशिश कर रहे हैं।'
रजाकार कौन थे?, क्यों आई सीएम योगी को इनकी याद?
रजाकार, पठानों और अरबों की एक सेना थी। जब देश आजाद हुआ तो हैदराबाद खुद को स्वतंत्र रियासत रखना चाहता था। यहां मुस्लिमों का एक समूह था, जिसका नाम था, मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन। इसे मुखिया कासिजम रजवी थे। ये चाहते थे कि हैदराबाद इस्लामिक राज्य ही रहे। रजाकारों ने हिंदुस्तान के खिलाफ काम किया। रजाकारों का लीडर कासिम रिजवी ने भैरनपल्ली का नरसंहार कराया। कई हिंदुओं को मार दिया गया। उन्हें सत्ता से हटाने के लिए सेना को कमान संभालनी पड़ी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रजाकारों का जिक्र ऐसे वक्त में किया है, जब कर्नाटक का वक्फ बोर्ड, विजयपुरा के किसानों की जमीनों को वक्फ संपत्ति बताने को लेकर सुर्खियों में है। हाल ही में संयुक्त संसदीय समिति, यहां दौरे पर पहुंची थी। समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कुछ पीड़ित किसानों के साथ मुलाकात भी की थी। कर्नाटक में बीजेपी इसे मुस्लिम तुष्टीकरण बता रही है और कह रही है कि आम लोगों की संपत्तियां वक्फ छीन रहा है। इसे लेकर सिद्धारमैया सरकार, बीजेपी के निशाने पर है।