बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की है। टॉस जीतकर बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया तब मुश्किल में दिख रही थी कि जब वह सिर्फ 150 रनों पर सिमट गई थी। अब भारतीय टीम ने अपने गेंदबाज कप्तान की अगुवाई में शानदार बॉलिंग की है और ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसके ही घर में ढेर कर दिया है। पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ 104 रनों पर सिमट गई है। अब भारतीय टीम के पास मौका है कि वह दूसरी पारी में अच्छी बैटिंग करे और इस टेस्ट मैच पर अपनी मजबूत पकड़ बना ले।

 

150 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत खराब रही और उसने 14 रन के स्कोर पर ही अपना पहला विकेट गंवा दिया। भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने नाथन मैकस्वीनी को आउट किया और फिर उस्मान ख्वाजा को विराट कोहली के हाथों कैच करवा दिया। 19 रनों पर दो विकेट गंवा देने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम यहां से उबर नहीं पाई। स्टीव स्मिथ 0 तो मार्नस लाबुशेन सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए। भारतीय तेज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया की तेज उछाल वाली पिच का जबरदस्त इस्तेमाल किया और ऑस्ट्रेलियाई टीम को नाको चने चबवा दिए।

भारतीय पेसर्स ने बना दिया माहौल

 

भारतीय तेज गेंदबाज इस मैच में शुरुआत से ही हावी रहे। जिस तरह से जोश हेजलवुड, पैट कमिंस और मिशेल स्टार्क की तिकड़ी ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया उससे भी ज्यादा खतरनाक भारतीय गेंदबाज दिखे। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने शानदार कप्तानी के साथ-साथ धारदार गेंदबाजी भी  की। बुमराह ने खुद 5 विकेट निकाले। वहीं, मोहम्मद सिराज ने मार्नस लाबुशेन और मिशेल मार्श को आउट किया। टेस्ट मैच में डेब्यू कर रहे हर्शित राणा ने भी अच्छे एग्रेशन के साथ बॉलिंग की और पहले ही मैच में ट्रेविस हेड को बोल्ड करके अपनी शानदार शुरुआत की। राणा ने कुल 3 विकेट लिए।

 

अब दूसरी पारी में भारतीय टीम के सामने चुनौती यह है कि उसके बल्लेबाज पहली पारी वाली गलतियों से बचें और टिककर खेलें। जिस तरह से पिच का मिजाज है अगर उसे भारतीय बल्लेबाज 5 या 6 सेशन बल्लेबाजी कर जाते हैं तो वे ऑस्ट्रेलिया के सामने कड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। हालांकि, इसमें भारतीय गेंदबाजों को भी शानदार खेल दिखाना होगा क्योंकि मैच की चौथी पारी में मामला उन्हीं के हाथ में होगा।