पाकिस्तान की मेजबानी में 19 फरवरी से ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 होने वाली है। हालांकि अभी तक स्टेडियम पूरी तरह से तैयार नहीं हुए हैं। लाहौर और कराची स्टेडियम का चल रहा रेनोवेशन का काम पूरा नहीं हो पाया है। आईसीसी को स्टेडियम हैंडओवर करने की डेडलाइन 31 जनवरी तय की गई है लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के लिए राहत की बात ये है कि तीसरा वेन्यू रावलपिंडी समय पर तैयार हो गया है।
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था। ऐसे में पीसबी को हाइब्रिड मॉडल की मांग माननी पड़ी। टीम इंडिया अपने मैच दुबई में खेलेगी। वहीं बाकी टीमों के मैच लाहौर, कराची और रावलपिंडी में होंगे। लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम और नेशनल स्टेडियम कराची में फ्लड लाइट्स और वीआईपी बॉक्स जैसे जरूरी काम अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं। पीसीबी के ढीले रवैये को लेकर टूर्नामेंट को दूसरे देश में शिफ्ट करने की मांग हो रही है। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन पर इतना विवाद हुआ है।
2009 में पाकिस्तान से छीनी गई मेजबानी
चैंपियंस ट्रॉफी 2008 की मेजबानी पाकिस्तान को मिली थी। टूर्नामेंट उस साल सितंबर में होना था। इससे एक महीने पहले यानी अगस्त 2008 में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज ने सुरक्षा संबंधी चिताएं जताईं। इस कारण आईसीसी को अपने फैसले पर विचार करना पड़ा और उसने टूर्नामेंट को एक साल के लिए स्थगित कर दिया। क्रिकेट की ग्लोबल बॉडी ने फरवरी 2009 में पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था की जांच करने की बात कही।
26/11 मुंबई आतंकी हमलों के बाद पाकिस्तान के लिए स्थिति और खराब हो गई और आगे चलकर जनवरी 2009 में आईसीसी ने उससे मेजबानी भी छीन ली गई। इसके बाद श्रीलंका को वैकल्पिक वेन्यू के रूप में देखा जाने लगा लेकिन वहां सितंबर-अक्टूबर में बारिश की संभावना को देखते हुए टूर्नामेंट कराना मुश्किल था। ऐसे में साउथ अफ्रीका को मेजबानी सौंप दी गई।
ऑस्ट्रेलिया ने डिफेंड किया टाइटल
चैंपियंस ट्रॉफी 2009 का आयोजन 22 सिंतबर से 5 अक्टूबर के बीच हुआ। सारे मैच जोहान्सबर्ग और सेंचुरियन में खेले गए। टूर्नामेंट में भाग लेने वाली टीमों को 4-4 के दो ग्रुप में बांटा गया था। ग्रुप-ए में ऑस्ट्रेलिया, भारत, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज की टीमें थीं। वहीं ग्रुप-बी में न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, श्रीलंका और साउथ अफ्रीका को रखा गया। दोनों ग्रुप से टॉप-2 टीमें सेमीफाइनल में पहुंचीं।
ग्रुप-ए से ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान ने सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया। ग्रुप-बी से न्यूजीलैंड और इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। पहला सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया, जिसमें कंगारू टीम ने 9 विकेट से आसान जीत हासिल की। दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की भिड़ंत हुई। इस मुकाबले में कीवी टीम ने पाकिस्तान को 5 विकेट से धूल चटाकर फाइनल का टिकट कटाया। हालांकि सेंचुरियन में खेले गए फाइनल मुकाबले में वह ऑस्ट्रेलिया की चुनौती से पार नहीं पा सकी।
रिकी पोंटिंग की कप्तानी वाली टीम ने न्यूजीलैंड को 6 विकेट से रौंदकर लगातार दूसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। टूर्नामेंट के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया इकलौती टीम है जिसने अपने टाइटल को डिफेंड किया है।
पाकिस्तान से मिली हार ने टीम इंडिया को किया बाहर
इस टूर्नामेंट में भारत का पहला मैच पाकिस्तान से था। इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में शोएब मलिक ( नाबाद 128 रन) के शतक की मदद से पाकिस्तान ने निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 302 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी वाली भारतीय टीम महज 248 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का अगला मैच बारिश में धुल गया। इसके बाद टीम इंडिया का टूर्नामेंट से बाहर होना तय हो गया। भारतीय टीम अपने आखिरी ग्रुप मैच में वेस्टइंडीज को हराकर जीत के साथ घर लौटी।
चैंपियंस ट्रॉफी 2009 में इन टीमों ने लिया हिस्सा
- ऑस्ट्रेलिया
- न्यूजीलैंड
- पाकिस्तान
- इंग्लैंड
- साउथ अफ्रीका
- भारत
- श्रीलंका
- वेस्टइंडीज