वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और चीन के डिंग लिरेन 13 गेम के बाद 6.5-6.5 की बराबरी पर हैं। सिंगापुर में जारी इस चैंपियनशिप के 14 राउंड के फाइनल में अब एक ही गेम बचा हुआ है, जो आज (12 दिसंबर) खेला जाएगा। वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए 7.5 अंक चाहिए, जिससे गुकेश और लिरेन एक-एक अंक दूर हैं। दोनों में से आज जो भी जीतेगा, वह चैंपियनशिप अपने नाम कर लेगा। अगर 14वां गेम ड्रॉ हुआ तो, गुकेश और लिरेन 7-7 अंक पर ही रहेंगे। ऐसे में विजेता का फैसला करने के लिए 13 दिसंबर को टाई-ब्रेकर होगा। टाई ब्रेकर चार फॉर्मेट - रैपिड, मिनी रैपिड, ब्लिट्ज और सडन डेथ - में खेला जाएगा। 

 

टाई-ब्रेकर के फॉर्मेट और नियम

  • रैपिड मैच: इसमें चार मुकाबले होंगे। हर खिलाड़ी के पास 15 मिनट होंगे। साथ ही हर चाल में 10 सेकंड की बढ़त मिलेगी। जो खिलाड़ी 2.5 अंक पहले हासिल करेगा, वह जीत जाएगा।
  • मिनी रैपिड: अगर रैपिड राउंड ड्रॉ रहता है तो 10 मिनट के दो मैच होंगे। हर खिलाड़ी को हर चाल पर 5 सेकंड और मिलेंगे। जो खिलाड़ी 1.5 अंक पहले प्राप्त करेगा, वह जीत जाएगा।
  • ब्लिट्ज: मिनी रैपिड ड्रॉ होने पर तीन मिनट के दो गेम होंगे और चाल पर दो सेकंड अतिरिक्त मिलेंगे। जो खिलाड़ी 1.5 अंक पहले हासिल कर लेगा, वह जीतेगा।
  • सडन डेथ: सभी टाई ब्रेकर ड्रॉ होने पर सडन डेथ होगा। इसमें 3-3 मिनट होंगे और हर चाल पर 2-2 सेकंड एक्स्ट्रा मिलेंगे। यह तब तक चलेगा जब तक कोई एक जीत नहीं जाता।  

टाई-ब्रेकर में किसका पलड़ा भारी?

 

अगर वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 का फाइनल टाई-ब्रेकर में गया तो डी गुकेश के लिए मुश्किलें होंगी। क्योंकि रैपिड और ब्लिट्ज चेस में डिंक लिरेन का दबदबा रहता है। गुकेश समय लेकर अपनी चाल चलने के लिए जाने जाते हैं। छोटे फॉर्मट में लिरेन की रैंकिंग से काफी बेहतर है। मैग्नस कार्लसन जैसे कई दिग्गज शतरंज खिलाड़ी भी ये कह रहे हैं कि टाई-ब्रेकर में लिरेन बाजी मार लेंगे। वहीं 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद का मानना है कि गुकेश फास्टर टाइम कंट्रोल में भी शानदार प्रदर्शन करेंगे। विश्वनाथन आनंद ने ही गुकेश को मेंटर किया है।

 

13 में से 9 गेम हुए हैं ड्रॉ

 

चैंपियनशिप के फाइनल का पहला गेम लिरेन ने अपने नाम किया था। वहीं दूसरा गेम ड्रॉ रहा था। गुकेश ने तीसरे गेम में जीत दर्ज कर वापसी की थी। इसके बाद लगातार 7 गेम ड्रॉ रहे थे। गुकेश ने 11वीं बाजी में जीत हासिल कर ड्रॉ के सिलसिले को तोड़ा था और बढ़त बनाई थी। हालांकि लिरेन ने अगले ही गेम में जीत दर्ज कर स्कोर बराबर कर दिया। बुधवार को 13वीं बाजी भी ड्रॉ रही। फाइनल में अब तक 4 गेम का नतीजा निकला है और 9 बाजियां बराबरी पर छूटी हैं।