बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच पहले दिन के बाद से ही भारत की ओर लगातार झुकता जा रहा है। पहले दिन सिर्फ 150 रन पर ऑल आउट होने के बाद पहले तो भारतीय गेंदबाजों ने टीम इंडिया की वापसी करवाई। गेंदबाजों के बाद बल्लेबाजों का नंबर आया तो उन्होंने भी निराश नहीं किया। यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के शतक की बदौलत टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी है। इस तरह से टीम इंडिया की कुल लीड 533 रन की हो गई है। यानी अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम को यह मैच जीतना है तो अब उसे 534 रन बनाने होंगे। चौथे और पांचवें दिन भारतीय गेंदबाजों के सामने यह स्कोर बना पाना बहुत दूर की कौड़ी दिख रहा है। 

 

सिर्फ 150 रन पर ऑल आउट होने के बाद भारतीय  टीम ने अपने तेज गेंदबाजों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 104 रनों पर ऑलआउट कर दिया था। 46 रन की लीड मिलने के बाद टीम इंडिया का जोश हाई हो गया और बल्लेबाजी में भी यह जोश देखने को मिला। ओपनिंग करने आए यशस्वी जायसवाल और के एल राहुल ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को जमकर आईना दिखाया और पूरे दम से बल्लेबाजी की। पहले विकेट के लिए यशस्वी और राहुल की जोड़ी ने 201 रनों की साझेदारी की और ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया।

बल्लेबाजी ने फिर दिखाया दम

 

के एल राहुल तो 77 रन बना आउट हो गए लेकिन यशस्वी जायसवाल ने अंगद की तरह अपने पैर जमा दिए थे। दूसरे नंबर पर देवदत्त पडिकल सिर्फ 25 रन बनाकर आउट हुए। तीसरे नंबर पर जब यशस्वी आउट हुए तब तक टीम इंडिया का स्कोर 313 रन तक पहुंच चुका था। ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल सिर्फ 1-1 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन विराट कोहली ने यहां से जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। विराट कोहली ने टेस्ट में अपना 30वां शतक पूरा किया और टीम इंडिया का स्कोर 487 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

 

अब ऑस्ट्रेलिया के सामने समय तो पूरे दो दिन का है लेकिन उसके सामने चुनौती ये है कि पिच चौथे और पांचवें दिन की होगी। इसका फायदा भारतीय गेंदबाजों को मिलना तय है और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के सामने बड़ी चुनौती है कि वे पहाड़ जैसे इस लक्ष्य को जीतने के लिए पूरे दो दिन बल्लेबाजी करें और भारतीय गेंदबाजों का मुकाबला करें। कुल मिलाकर यह मैच अब भारत की ओर जाता दिख रहा है। अगर ऑस्ट्रेलिया को यह मैच अपने नाम करना है तो उसे अभूतपूर्व खेल दिखाना होगा।