न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैच हार चुकी टीम इंडिया मुश्किल दौर में है। दोनों टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड ने जिस तरीके से भारतीय बैटिंग को ध्वस्त किया है उससे पूरी टीम इंडिया हिल गई है। दूसरे टेस्ट मैच में स्पिनर्स के आगे धराशायी होते अपने बल्लेबाजों को देखने के बाद टीम इंडिया ने नया प्लान बनाया है। रिपोर्ट के मुताबिक, टीम इंडिया ने मुंबई में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच के लिए स्पिन को मदद करने वाली पिच मांगी है। इतना ही नहीं, अपने बल्लेबाजों को स्पिन के खिलाफ अच्छी तैयारी कराने के लिए टीम इंडिया 35 स्पिन गेंदबाजों को प्रैक्टिस सेशन में बुला लिया।

 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरे टेस्ट मैच की शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया अलग रणनीति पर काम कर रही है। बताते चलें कि न्यूजीलैंड ने दूसरे टेस्ट मैच में भारत को हराकर सीरीज पर कब्जा जमा लिया है। न्यूजीलैंड ने 70 साल के इतिहास में भारत को उसके घर में पहली बार टेस्ट सीरीज में हराया है। वहीं, भारत ने 12 साल बाद घर में कोई टेस्ट सीरीज हारी है। ऐसे में भारत अब कम से कम आखिरी टेस्ट मैच जीतकर थोड़ी इज्जत बचाना चाहता है।

WTC में पहुंचना हो जाएगा मुश्किल

 

तीसरा टेस्ट मैच जीतने के साथ ही रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भी अपनी उम्मीदें बरकरार रखना चाहेगी। दरअसल, टेस्ट चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई करने के लिए भारत को अपने 6 में से 4 टेस्ट मैच में जीत हासिल करनी होगी। ऐसे में भारत हर हाल में यह मैच जीतना चाहेगा। इस जीत के लिए यह जरूरी है कि भारत का बैटिंग लाइनअप न्यूजीलैंड के स्पिनर्स के सामने मजबूती से खड़ा हो और तेजी से रन बनाने के साथ-साथ विकेट भी बचाए।

 

दरअसल, दूसरे टेस्ट मैच में अकेले मिचेल सैंटनर ने ही भारत के 13 विकेट ले लिए थे। इसके अलावा, ग्लेन फिलिप और एजाज पटेल ने मिलकर दोनों पारियों में कुल 5 विकेट निकाले थे। यानी भारत के 20 में से 18 विकेट स्पिनर्स ने ही लिए। भारत के लिए यह हैरान करने वाला इसलिए था कि भारतीय बल्लेबाज स्पिन को अच्छे से खेलने के लिए जाने जाते हैं। उस पर भी अपने ही घर में इस तरह से धराशायी होने वाला और चिंताजनक था। 

 

यही वजह है कि भारतीय टीम ने स्पिनर्स से निपटने का फुल प्रूफ प्लान तैयार किया है। 1 नवंबर से शुरू हो रहे इस टेस्ट में भारतीय टीम लगभग उसी बैटिंग लाइनअप के साथ उतर सकती है। ऐसे में उन बल्लेबाजों को जिम्मेदारी उठानी होगी जो पिछले टेस्ट मैच में सस्ते में आउट हो गए थे।