फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी के प्रशांसकों ने कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में जमकर हंगामा किया। लियोनेल मेसी प्रशंसकों के सामने नहीं आए तो गुस्साए दर्शकों ने स्टेडियम बोतलें फेंकीं, कुर्सियां तोड़ीं और स्टेडियम में जमकर तोड़फोड़ मचाई। शनिवार सुबह मेसी अपनी 'GOAT इंडिया टूर' के तहत कोलकाता पहुंचे थे। नाराज प्रशंसकों ने स्टेडियम के ड्रेसिंग रूम में आग लगाने की कोशिश की।
मेसी रात करीब ढाई बजे कोलकाता पहुंचे और सुबह स्टेडियम में आए। दर्शक उनका इंतजार कर रहे थे, वहां उन्होंने अपनी 70 फीट ऊंची मूर्ति का वर्चुअली उद्घाटन किया। वह प्रशंसकों से बिना मिले गए तो हंगामा बरप गया। पश्चिम बंगाल में दशकों से किसी बड़े इवेंट में ऐसी तोड़फोड़ नहीं देखी गई थी। स्टेडियम में टूटी कुर्सियां देखने को मिल रही हैं, स्टेडियम में भी मलबा नजर आ रहा है।
स्टेडियम में मेसी के साथ उनके साथी लुइस सुआरेज और रोड्रीगो डे पॉल भी थे। मेसी ने दर्शकों की ओर हाथ हिलाया और कुछ पुराने भारतीय फुटबॉलरों से मिले, लेकिन ज्यादा समय नहीं रुके। फैंस ने 4500 से 12000 रुपये तक के महंगे टिकट खरीदे थे। मेसी ने सिर्फ नेताओं के साथ तस्वीरें खिंचवाई, नेताओं के घरवालों ने उनके साथ तस्वीरें खिंचवाई लेकिन प्रशंसक इंतजार करते ही रह गए।
यह भी पढ़ें: लियोनेल मेसी कोलकाता क्यों आए हैं? शेड्यूल से मैच तक, सब जानिए
क्यों नाराज हुए प्रशंसक?
प्रशंसक मेसी से मिलने चाहते थे। वह कुछ सितारों के बीच ही घिरे रहे, उनके साथ नेता नजर आए लेकिन दूर बैठे दर्शकों को वे नजर ही नहीं आए। प्रदर्शक इस बात से बेहद नाराज हो गए। उन्होंने उम्मीद की थी कि मेसी उनसे मिलेंगे, कुछ देर रुकेंगे, जिससे सारे लोग उन्हें देख सकें। प्रशंसकों को इस बात पर गुस्सा आया कि मेसी नेता सेलिब्रिटी और आयोजकों के बीच ही घिरे रहे, दर्शक उन्हें देख ही नहीं पाए।
ममता बनर्जी ने हंगामे के बाद माफी मांगी
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री:-
आज सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुई अव्यवस्था से मैं बहुत परेशान और हैरान हूं। मैं हजारों खेल प्रेमियों और प्रशंसकों के साथ इवेंट में शामिल होने के लिए स्टेडियम जा रही थी। भीड़ अपनी पसंदीदा फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने के लिए इकट्ठा हुई थी। मैं इस घटना के लिए लियोनेल मेसी और सभी खेल प्रेमियों से दिल से माफी मांगती हूं।
ममता बनर्जी ने जांच के आदेश दिए
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे पर जांच समिति गठित करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा, 'मैं जस्टिस असीम कुमार रे की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित कर रही हूं। इस समिति में मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह के सदस्य शामिल होंगे। यह समिति मामले जांच करेगी। दोषियों की जवाबदेही तय की जाएगी। ऐसी घटनाएं भविष्य में दोबारा नहीं होंगी। मैं खेल प्रेमियों से माफी मांग रही हूं।'
स्टेडियम में प्रशंसकों ने की तोड़फोड़
मेसी सॉल्ट लेक स्टेडियम में मुश्किल से 10-15 मिनट ही रुके और चले गए। उनके जाने के बाद प्रशंसक नाराज हो गए और उनका गुस्सा फूट पड़ा। प्रशंसकों ने बोतलें फेंकी, पोस्ट और बैनर फाड़ दिए, कई सीटें तोड़ दी गईं। कई प्रशंसक मैदान में घुस गए और वहां तोड़फोड़ मचाई।
यह भी पढ़ें: 39 गेंदों पर 100 रन जड़ने वाले सलिल अरोड़ा कौन हैं? IPL 2026 Auction से पहले छाए
रैपिड एक्शन फोर्स ने संभाले हालात
सॉल्ट लेक स्टेडियम में हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को मोर्चा संभाला पड़ा। काफी देर बाद हालात काबू में आए। मेसी वहां बच्चों के साथ मिलकर मास्टकर क्लास लेने वाले थे, तय कार्यक्रम था लेकिन यह भी नहीं हो पाया। पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने राज्य सरकार से इस कार्यक्रम की व्यवस्था पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
यह भी पढ़ें: IPL 2026 ऑक्शन में उतरेंगे झारखंड के 4 खिलाड़ी, SMAT में प्रदर्शन कैसा है?
अब कहां जाएंगे मेसी?
कई प्रशंसकों ने शिकायत की है कि महंगे टिकट के बावजूद वे मेसी को नहीं देख पाए। गवर्नर ने पूछा है कि सरकार की इसमें क्या भूमिका थी और आम लोगों की भावनाओं का फायदा उठाकर किसने पैसा कमाया। मेसी अब हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं।
