ओलंपियन मनु भाकर का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार की अनुशंसा लिस्ट से गायब हो गया है, इससे खेल जगत में हंगामा मच गया है। मामला बाहर आने के बाद से केंद्रीय खेल मंत्रालय के सामने असमंजस की स्थिती पैदा गई है। मनु भाकर दो बार की ओलंपिक पदक विजेता हैं। मनु ने इसी साल पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचते हुए महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल के साथ ही मिश्रित टीम स्पर्धा में दो कांस्य पदक जीता है। 

मनु भाकर एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं। इस तरह से वह ओलंपिक खेलों में महानतम भारतीय एथलीटों में अपनी जगह बनाई है। 

खेल मंत्रालय बैकफुट पर

खेल मंत्रालय बैकफुट पर

मगर खेल रत्न पुरस्कार से उनका नाम गायब होने के बाद यह खेल मंत्रालय बैकफुट पर आ गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, अब खेल मंत्रालय मनु को खेल रत्न देने पर विचार कर रहा है। खेल मंत्रालय राष्ट्रीय खेल दिवस पुरस्कार योजना के प्रावधानों में निहित अपनी कार्यकारी शक्तियों का इस्तेमाल करके मनु भाकर का नाम देश के सर्वोच्च खेल सम्मान के लिए नामांकित करने पर विचार कर रहा है।

क्रिकेटर मोहम्मद शमी का केस

बता दें कि पिछले साल भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी को अर्जुन पुरस्कार के लिए तभी नामित किया गया था, जब भारतीय बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने खेल मंत्रालय से विशेष अनुरोध किया था। भारत के इस तेज गेंदबाज का नाम मूल रूप से देश के दूसरे सबसे बड़े खेल सम्मान की लिस्ट में नहीं था। शमी 2023 में वनडे विश्व कप में भारत के फाइनल में पहुंचाने वाले मुख्य खिलाड़ी थे। लेकिन फाइनल में भारत ऑस्ट्रेलिया से हार गया।

खेल मंत्रालय के अधिकारियों का दावा 

इस बीच खेल मंत्रालय के अधिकारियों ने दावा किया है कि मनु भाकर ने खेल रत्न पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया था, वहीं मनु के पिता राम भाकर ने कहा है कि उनकी बेटी ने आवेदन किया था। यहां सवाल उठता है कि अगर मनु भाकर ने पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया, लेकिन चयन पैनल ने सालों से एक निशानेबाज के रूप में मनु भाकर की शानदार उपलब्धियों का संज्ञान क्यों नहीं लिया? 

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रीय राइफल महासंघ मनु भाकर का नाम पुरस्कार में शामिल करने के अनुरोध के साथ में मंत्रालय से संपर्क किया है। इसमें कहा गया है कि मनु ने  मंत्रालय के पोर्टल पर आवेदन किया था। अगर ऐसा था तो समिति ने उसके नाम पर विचार नहीं किया होगा। लेकिन स्थिति जो भी हो, महासंघ ने मंत्रालय से और अधिकारियों से मनु भाकर का नाम शामिल करने का अनुरोध किया है।