इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में रोमांच आना शुरू हो चुका है। कुल 74 मैच होने हैं जिसमें से 11 मैच खेले जा चुके हैं। इस बार भी 5 बार की IPL विजेता टीम चेन्नई सुपर किंग्स चर्चा का विषय बनी हुई है। CSK के बैटिंग आर्डर को देख लोगों के मन में काफी सवाल खड़े हो रहे हैं। खासकर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंन्द्र सिंह धोनी के फैंस इस बार काफी निराश हैं। दरअसल, इस सीजन में महेंद्र सिंह धोनी का बैटिंग आर्डर काफी चर्चा में है। इस सीजन के एक मैच में धोनी 9वें नंबर पर बैटिंग करने उतरे थे। उनके लोअर आर्डर में बैटिंग करने का नतीजा उनकी टीम को भुगतना पड़ रहा है।
चेन्नई ने अब तक इस सीजन में तीन मैच खेले है, जिनमें से केवल 1 मैच में ही उसे जीत हासिल हुई है। इन तीनों मैचों को मिलाकर महेंद्र सिंह धोनी मात्र 46 रन ही बना पाए हैं। इन तीनों मैचों में नाबाद 30 रन बनाना, अभी तक का उनका बेस्ट परफॉर्मेंस रहा है। अब सवाल यह उठता है कि धोनी लोअर आर्डर में बैटिंग क्यों कर रहे हैं? हालांकि इसका जवाब अब चेन्नई टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने ही दे दिया है।
यह भी पढ़ें: रियान पराग ने लपका हैरतअंगेज कैच, शिवम दुबे को नहीं हुआ यकीन
चेन्नई सुपरकिंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने खुलासा किया कि महेंद्र सिंह धोनी पूरी ताकत से 10 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते क्योंकि उनके घुटने में समस्या है। उन्होंने बताया कि इसी के चलते धोनी मैच की सिचुएशन के हिसाब से अपना बैटिंग आर्डर तय करते हैं। पिछले हफ्ते चेपॉक में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ सुपरकिंग्स की 50 रन की हार के दौरान नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करने की वजह से धोनी को आलोचना का सामना करना पड़ा था। रविवार को धोनी ने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी की जब सुपरकिंग्स को 25 गेंद पर 54 रन की जरूरत थी लेकिन वह 11 गेंद पर सिर्फ 16 रन ही बना सके और टीम को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ छह रन से हार का सामना करना पड़ा।
धोनी को लेकर फ्लेमिंग ने क्या कहा?
फ्लेमिंग ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'यह समय की बात है। धोनी खुद इसका (बैटिंग ऑर्डर) आकलन करते हैं। उनका शरीर, उनके घुटने पहले जैसे नहीं हैं। वह ठीक से मूव कर रहे हैं लेकिन उसको ठीक रखना भी एक पहलू है। वह पूरी ताकत के साथ 10 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते। इसलिए वह खुद इस दिन का ध्यान रखते हैं कि उस मैच में टीम को क्या दे सकते हैं।'
उन्होंने कहा, 'अगर मैच आज (30 मार्च) की तरह सामान्य सा है तो वह थोड़ा पहले बैटिंग करने जाते हैं। इसके अलावा दूसरे मौके पर वह अन्य प्लेयर्स को सपोर्ट करेंगे और उनके लिए मौके बनाएंगे। मैंने पिछले साल कहा था कि वह हमारे लिए बेशकीमती हैं। विकेटकीपिंग करने के साथ-साथ उन्हें 9 वें-10वें ओवर में उतारना ठीक नहीं है।'
यह भी पढ़ें: नेशनल रिकॉर्ड तोड़कर भी गुलवीर सिंह के हाथ से निकला बड़ा मौका
रविवार को कौन जीता था मैच?
रविवार को खेले गए मैच में CSK टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया था। पहली पारी में राजस्थान रॉयल्स के तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए नितीश राणा की 36 गेंद में 81 रन की आक्रामक पारी की बदौलत रॉयल्स ने 9 विकेट पर 182 रन बनाए। वहीं, CSK अपने 6 विकेट गवांकर मात्र 176 ही बना पाई। इसी के साथ RR ने इस सीजन की अपनी पहली जीत दर्ज की।
जीत के बाद नितीश राणा ने कहा, 'मुझे कल (शनिवार) पता चला जब राहुल सर (मुख्य कोच राहुल द्रविड़) ने प्रैक्टिस पर जाने से पहले मुझे बुलाया। रियान ने भी कहा कि मैं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता हूं। मुझे लगता है कि यह फैसला बहुत अच्छा था।' उन्होंने कहा, 'शुरुआती दो मैच में मैं हार्ड हिटिंग करने की कोशिश कर रहा था। इसलिए पिछले दो मैच से मेरी सीख यह थी कि अगर मैं इस विकेट पर गति का इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं तो मैं अधिक रन बना सकता हूं और आज, मैंने वही किया।' यह कप्तान के रूप में रियान पराग की पहली जीत थी और नीतीश ने जीत का श्रेय उनके शांत व्यवहार और ड्रेसिंग रूम के माहौल को दिया।