साल 1986 का वो दिन लीड्स के क्रिकेट मैदान में भारत का दूसरा टेस्ट मैच इंगलैंड के खिलाफ था। पहली पारी में ही एक एंग्लो-इंडियन क्रिकेटर ने इंगलैंड के खिलाड़ियों को धूल चटाते हुए लगातार 5 विकेट चटका दिए। भारत ने इंग्लैंड को 279 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। 38 साल पहले पूरे क्रिकेट मैदान में एक ही नाम गूंजने लगा और वो था- रोजर बिन्नी...

 

भारत के पहले एंग्लो क्रिकेट जिनका संबंध स्कॉटलैंड से हे, लेकिन जन्म भारत में ही हुआ और यही पले-बढ़े। बिन्नी का परिवार मूल-रूप से स्‍कॉटलैंड का रहने वाला है जो बाद में भारत में आकर ही बस गए अपने पिता की तरह बेटे स्टुअर्ट बिन्नी भी भारत के लिए इंटरनेशन मैच खेल चुके हैं। रोजर बिन्नी का पूरा नाम रोजर माइकल हम्फ्री बिन्नी है। 1983 में कपिल देव की कप्तानी में विश्व कप जीतने में बिन्नी की अहम भूमिका रही। उन्होंने अपनी गेंदबाजी से शानदार परफॉर्म करते हुए 8 मैच में 18 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था।

 

1983 के विश्व कप में किया था कमाल 

जब 1983 के विश्व कप में भारत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच हुआ तो बिन्नी ने 8 ओवरों में केवल 29 रन देकर 4 विकेट अपने नाम कर लिया था। टीम इंडिया ने उस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम को 129 रनों पर समेट दिया था। भारत के लिए 27 टेस्ट और 72 वनडे मैच खेल चुके रोजर बिन्नी इस समय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष हैं। अपने कोचिंग करियर के दौरान बिन्नी ने रणजी ट्रॉफी में बंगाल और कर्नाटक टीमों के साथ भी काम किया है। बिन्नी को 2019 में कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।

 

जब पहली बार पाकिस्तान गए थे बिन्नी

17 सालों में पहली बार ऐसा हुआ जब बीसीसीआई के दो पदाधिकारी पाकिस्तान पहुंचे थे। दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने रोजर बिन्नी को एशिया कप 2023 का मैच देखने का निमंत्रण भेजा था। बिन्नी के साथ BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला भी पाकिस्तान गए थे। पाकिस्तान के खिलाफ अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले रोजर बिन्नी ने पाकिस्तान के मेजबानी की खूब जमकर तारीफ भी की थी। उन्होंने कहा था कि जब वह पाकिस्तान में थे तो उन्हें राजा जैसा महसूस कराया गया और उसी तरह ध्यान रखा गया।