न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच क्राइस्टचर्च में खेले गए पहले टेस्ट के बाद स्लो ओवर रेट का मुद्दा गरमा गया है। दरअसल, इस मुकाबले के दौरान न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीमें तय वक्त में ओवर पूरे नहीं कर पाईं, जिसके चलते उन्हें 3-3 WTC प्वाइंट्स का नुकसान झेलना पड़ा। साथ ही खिलाड़ियों पर मैच फी का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। क्राइस्टचर्च टेस्ट के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को मैच रेफरी डेविड बून से लंबी बातचीत करते देखा गया। क्योंकि मैच रेफरी ही सजा तय करता है।
स्टोक्स के हंगामे के बाद लेथम ने भी साधा निशाना
बेन स्टोक्स पहले भी इस नियम पर सवाल उठा चुके हैं। एशेज 2023 के दौरान कई बार स्लो ओवर रेट का दोषी पाए जाने के कारण इंग्लैंड को कुल 19 WTC प्वाइंट्स गंवाने पड़े थे। इस बार आईसीसी के एक्शन के बाद स्टोक्स ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगाकर अपनी भड़ास निकाली। उनका मानना था कि मैच तय समय से 10 घंटे पहले खत्म हो गया फिर भी स्लो ओवर रेट के लिए जुर्माना क्यों लगाया गया? स्टोक्स के हां में हां मिलाते हुए कीवी कप्तान टॉम लेथम ने भी सवाल उठाए हैं। ये दोनों खिलाड़ी क्यों शिकायत कर रहे हैं, उससे पहले नियम समझते हैं।

टेस्ट में ऐसे काम करता है स्लो ओवर रेट नियम
आईसीसी के नियम के अनुसार, टेस्ट क्रिकेट में हर घंटे कम से कम 15 ओवर डालने ही हैं। अगर कोई टीम ऐसा करने में पीछे रह जाती है, तो उस पर जुर्माना लगया जाता है। इसमें टीमों को कुछ छूट भी है जैसे, यदि कोई टीम 80 ओवर के अंदर ही सामने वाली टीम को ऑलआउट कर देती है, तो ओवर रेट में पीछे रहने के बावजूद, उसे सजा नहीं दिया जाएगा।
स्लो ओवर के चलते WTC प्वाइंट कैसे कटते हैं?
मैच खत्म होने के बाद अंपायर फील्डिंग टीम की दोनों पारियों के आधार पर ओवर रेट की गिनती करते हैं। इसमें खिलाड़ी की इंजरी और विकेट गिरने के दौरान जाया हुए समय समेत कई अन्य फैक्टर्स को शामिल किया जाता है। इसके बाद ओवर रेट में पीछे रहने वाली टीम पर जुर्माना लगाया गया जाता है। मान लीजिए कि अगर किसी टीम का ओवर रेट 14 है, तो उसने प्रति घंटे 15 ओवर के हिसाब से 1 ओवर कम डाले हैं। अब उसके टोटल WTC प्वाइंट में से एक प्वाइंट की कटौती होगी।
लेथम और स्टोक्स क्या कहना चाहते हैं?
बेन स्टोक्स का कहना है कि स्लो ओवर रेट नियम के लिए जुर्माना लगाने से पहले देखा जाना चाहिए मैच दुनिया में कहां खेला जा रहा है। उन्होंने कहा कि एशिया में कभी स्लो ओवर रेट का मुद्दा सामने नहीं आता, क्योंकि वहां बहुत ज्यादा स्पिन डाली जाती है। स्टोक्स का मानना है कि जिन देशो में ज्यादातर ओवर्स तेज गेंदबाज डालते हैं, वहां के लिए नियमों में सुधार की जाए। टॉम लेथम ने आईसीसी को स्लो ओवर रेट को लेकर कुछ मापदंड सेट करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जब गेंद काफी ज्यादा बाउंड्री पर जाती है तो एक घंटे में 15 ओवर डालना कठिन हो जाता है। स्टोक्स की तरह लेथम का भी मानना है कि एशिया में इस नियम की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि वहां स्पिनर्स ज्यादातर समय गेंदबाजी करते हैं और टीमें ओवर रेट में पीछे नहीं पाई जातीं।