नया साल जल्द ही दस्तक देने वाला है। 2024 की विदाई में अब कुछ ही दिन बचे हैं। खेलों के लिहाज से भारत के लिए यह साल यादगार रहा। टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप की ट्ऱॉफी उठाई तो डी गुकेश चेस के सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बने। इस साल पेरिस में आयोजित ओलंपिक गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का मिला-जुला प्रदर्शन रहा। मनु भाकर ने दो ब्रॉन्ज जीतकर इतिहास रचा। हॉकी टीम भी लगातार दूसरे ओलंपिक में मेडलिस्ट रही। वहीं विनेश फोगाट मेडल के करीब आकर चूक गईं।

 

साल 2024 में भारत खेल जगत के कुछ विवादों से भी जूझा। कतर के खिलाफ खराब रेफरिंग के कारण भारतीय टीम फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर के तीसरे राउंड में प्रवेश पाने से चूक गई। विनेश फोगाट का मेडल विवाद ओलंपिक खत्म होने के बाद कई दिनों तक चलता रहा। वहीं चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी भी देखी गई। आइए एक नजर डालते हैं भारतीय खेल जगत की 10 बड़ी घटनाओं पर:

 

ओलंपिक में विनेश फोगाट को लगा झटका

 

रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में फ्रीस्टाइल कुश्ती के 50 किलो वेट कैटेगरी के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया था। हालांकि फाइनल मैच के दिन उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया, इस कारण उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। विनेश ने कोर्ट ऑफ अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की थी कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए, लेकिन यहां भी उन्हें निराशा मिली।

 

गुकेश बने चेस के वर्ल्ड चैंपियन

 

18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हरा दिया। गुकेश ने सिंगापुर में खेले गए इस चैंपियनशिप के 14वें एवं आखिरी राउंड में बाजी मार इतिहास रच दिया। गुकेश सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बने। साथ ही वह विश्वनाथन आनंद के बाद शतरंज का बादशाह बनने वाले दूसरे भारतीय बने।

 

टीम इंडिया ने खत्म किया आईसीसी ट्रॉफी का सूखा

 

भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीतकर 11 साल के आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म किया। बारबाडोस में खेले गए फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को मात देकर 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनी।


नीरज चोपड़ा के हाथ से फिसला गोल्ड

 

टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले दिग्गज जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा पेरिस में दूसरे स्थान पर रहे। उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा। नीरज को पाकिस्तान के अरशद नदीम ने पछाड़कर गोल्ड मेडल जीता। पेरिस ओलंपिक में जैवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल में अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो फेंका। जबकि नीरज का बेस्ट थ्रो 89.45 मीटर रहा।

 

भारतीय फुटबॉलटीम के साथ हुई बेईमानी

 

भारत फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर के तीसरे राउंड में नहीं पहुंच सका। खराब रेफरिंग ने भारतीय फुटबॉल टीम का सपना चकनाचूर कर दिया। कतर के प्लेयर यूसुफ अयमन के विवादास्पद गोल को रेफरी ने सही करार दिया था। जिस कारण भारत 1-0 की लीड के बावजूद कतर से हार गया था। 

 

चेस ओलंपियाड में डबल गोल्ड

 

भारत ने चेस ओलिंपियाड में ओपन और विमेंस कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीते। ओलिंपियाड के 97 साल के इतिहास में पहली बार भारत ने दोनों कैटेगरी में पहला स्थान हासिल किया।

 

मनु भाकर ने रचा इतिहास

 

शूटर मनु भाकर एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बनीं। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल के व्यक्तिगत और मिक्स्ड टीम इवेंट ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए थे।

 

32 साल बाद ओलंपिक मेडल टैली में पाकिस्तान से पीछे रहा भारत

 

पेरिस ओलंपिक में भारत 5 ब्रॉन्ज और 1 सिल्वर के साथ मेडल टैली में 71वें स्थान पर रहा। वहीं पाकिस्तान ने अरशद नदीम के गोल्ड से पाकिस्तान ने 62वां स्थान हासिल किया। चूंकि ओलंपिक में मेडल के रंग का आधार पर तालिका की रैंक तय होती है। इस वजह से भारत 6 मेडल लाकर भी पाकिस्तान से पीछे रहा, क्योंकि उसके पास गोल्ड मेडल था।  

 

निशांत देव की हार के बाद मचा बवाल

 

बॉक्सर निशांत देव को पेरिस ओलंपिक में 71 किलो वेट कैटेगरी में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था, जबकि उन्होंने मैक्सिको के मार्को वर्डे अल्वारेज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। निशांत मेडल पक्का करने से एक कदम से चूक गए थे। उनकी हार के बाद बड़ी बहस देखने को मिली थी। बॉक्सिंग में स्कोरिंग को पारदर्शी बनाने की मांग उठी थी।


चैंपियंस ट्रॉफी पर खूब हुआ घमासान 

 

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अगले साल पाकिस्तान में होनी है। भारत सरकार ने इस टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के बीच तनातनी देखी गई। मामला आईसीसी तक पहुंचा। बीसीसीआई ने चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल पर कराने की मांग की, ताकि भारत अपने मुकाबले पाकिस्तान से बाहर खेल सके। आईसीसी की मीटिंग में पीसीबी ने शुरू में तेवर दिखाए, लेकिन बाद में उन्होंने कुछ शर्तों के साथ हाइब्रिड मॉडल पर चैंपियंस ट्रॉफी कराने की बात मान ली।