उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए अभी से बाबाओं, संत और पुजारियों का आना शुरू हो गया है। कुछ ऐसे बाबा भी आए हैं जो अलग-अलग वजहों से मशहूर हो रहे हैं। ऐसे ही एक बाबा गंगापुरी महाराज उर्फ छोटू बाबा भी हैं। 57 साल के छोटू बाबा के बारे में कहा जा रहा है कि वह 32 साल से नहाए ही नहीं हैं। छोटू बाबा असम की कामाख्या पीठ से आए हैं। प्रयागराज मेला क्षेत्र पहुंच चुके छोटू बाबा अभी से आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। वह जिस भी तरफ से गुजरते हैं लोग उन्हें ही देखते रह जाते हैं।
इस साल के महाकुंभ के लिए प्रयागराज जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार जीतोड़ मेहनत कर रही है। लगातार व्यवस्थाओं को सुधारा जा रहा है। इस बार मेला क्षेत्र को बढ़ाया गया है। लगातार काम जारी है ताकि 13 तारीख को मेले की शुरुआत होने तक सबकुछ ठीक हो सके। इस बार महाकुंभ मेले को डिजिटल बनाया गया है और अखाड़ों के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। अखाड़ों का मेले में आना भी शुरू हो गया है। कुछ अखाड़े मेला क्षेत्र में आ चुके हैं और कुछ का आना बाकी है।
क्यों स्नान नहीं करते बाबा?
प्रयागराज आगमन के बारे में छोटू बाबा कहते हैं, 'मैं 3 फीट 8 इंच का हूं और मेरी उम्र 57 साल है। मुझे बहुत खुशी है कि मैं यहां आया हूं। आप लोग भी यहां आए हैं इसलिए मैं और खुश हूं। यह मिलन मेला है। आत्मा से आत्मा का मिलन हो इसलिए मैं यहां आया हूं।' स्नान न करने के सवाल पर गंगापुरी महाराज का कहना है, 'मैंने 32 साल से स्नान नहीं किया है क्योंकि मेरी एक इच्छा 32 साल से पूरी नहीं हुई है। मैं गंगा में स्नान नहीं करूंगा।'
इस बार मेला क्षेत्र में भीड़ बढ़ने के साथ कोई समस्या या दुर्घटना न हो इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। हजारों की संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इन सुरक्षाकर्मियों को तरह-तरह की टेक्नोलॉजी और सुरक्षा उपकरणों से लैस भी किया गया है।