इसे शायद इंसानियत का कत्ल ही कहा जाएगा, जब एक 80 साल के बुजुर्ग को अपनी हक की पेंशन के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ें। ऐसा ही मामला ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले से आया है, जहां 80 साल के एक बुजुर्ग को अपनी पेंशन के लिए पंचायत ऑफिस जाना पड़ा। इतना ही नहीं, बुजुर्ग की हालत ऐसी भी नहीं थी कि वह चलकर जा सके, इसलिए वह रेंगते हुए पंचायत ऑफिस तक पहुंचा। यह मामला कोरो ग्राम पंचायत का बताया जा रहा है।


बुजुर्ग की पहचान श्रीधर साहू के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि पंचायत ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों ने बुजुर्ग की बेटी को पेंशन देने से इनकार कर दिया था। श्रीधर साहू हर महीने पेंशन लेने के लिए अपनी बेटी को भेज देते थे। मगर इस बार पंचायत ऑफिस के कर्मचारियों ने बेटी को पेंशन देने से मना कर दिया। इसके बाद बुजुर्ग को खुद ही पंचायत ऑफिस जाना पड़ा। 

 

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'दवा खरीदने के लिए पैसे नहीं थे'

पेंशन के लिए रेंगकर जाते हुए बुजुर्ग का वीडियो भी सामने आया है। बुजुर्ग को जब रेंगते हुए जाकर देखा तो कुछ लोगों ने उन्हें स्कूटी पर बैठा लिया। बुजुर्ग को इस तरह जाते हुए लोगों ने हंगामा भी किया और उन्हें पेंशन दिलवाई। 

 


श्रीधर ने एक स्थानीय न्यूज चैनल से कहा, 'मेरे पास दवाइयां खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे। पंचायत दफ्तर के अफसरों ने मेरी बेटी को पेंशन नहीं दी, इसलिए मुझे ही जाना पड़ा।'

 

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अधिकारियों ने क्या कहा?

वहीं, इस मामले पर हंगामा होने के बाद पंचायत ऑफिस का दावा है कि श्रीधर की बेटी से वेरिफिकेशन होने तक इंतजार करने को कहा तो वह झगड़ने लगी। पंचायत की कार्यकारी अधिकारी बिजयलक्ष्मी पाथी ने कहा, 'पिछले महीने वेरिफिकेशन नहीं हुआ थाष इसलिए मैंने उनकी बेटी से वेरिफिकेशन पूरा होने तक इंतजार करने को कहा था, ताकि मैं उन्हें घर जाकर पेंशन दे सकूं। हालांकि उनकी बेटी मुझसे झगड़ने लगी। वह वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार नहीं कर सके और पेंशन लेने के लिए सड़क पर रेंगकर आ गए।'

ओडिशा सरकार ने बढ़ाई पेंशन की रकम

ओडिशा की सरकार ने 21 मई को ही बुजुर्गों को मिलने वाली पेंशन की रकम बढ़ाई है। ओडिशा में अब 80 साल या इससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को हर महीने 3,500 रुपये की पेंशन मिलेगी। पहले इन्हें 1,500 रुपये की पेंशन मिलती थी। बढ़ी हुई पेंशन जून से मिलने शुरू हो जाएगी।