उत्तर प्रदेश के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बांगरमऊ के पास रविवार को एक बड़ा हादसा होने से बचा। रायबरेली से राजस्थान के श्रीगंगानगर जा रही चलती स्लीपर बस में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर अचानक आग लग गई। आग की लपटें बेहद तेज हो गईं और यात्रियों में चीख पुकार मच गई। किसी तरह बस में बैठे करीब 50  यात्रियों ने खिड़की से कूदकर जान बचाई। बस तो जलकर खाक हो गई लेकिन गनीमत यह रही कि किसी इंसान को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

हादसे के वक्त बस यात्रियों से पूरी तरह भरी हुई थी। आग लगने के बाद पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी गई। इससे पहले दमकल विभाग की टीम आ पाती, यात्रियों ने बस से कूदकर अपनी जान बचाई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पूरी बस ही जलकर राख हो गई। दमकल विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग बुझाई। 

कैसे लगी आग?


लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस पर बांगरमऊ क्षेत्र के ग्राम गहरपुरवा के पास रात करीब 9 बजे यह घटना हुई। बताया जा रहा है कि यह बस रायबरेली से श्रीगंगानगर राजस्थान जा रही थी। इस बस में तकरीबन 50 यात्री सवार थे। बस में शॉर्ट सर्किट हुई तो आग लग गई। लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग तेजी से फैलती गई।

बस में मौजूद लोगों का दम घुटने लगा। उन्होंने गेट तोड़ा और वहां से कूदकर बाहर निकलने लगे। वहां मौजूद यात्रियों ने ही एक-दूसरे की मदद की। उन्होंने खिड़की तोड़ दी और लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। बस में मौजूद लाखों का सामान भी जलकर राख हो गया। आग इतनी तेज थी कि यात्री अपना सामान तक नहीं निकाल पाए। 

 

कैसे टला बड़ा हादसा?


बस ड्राइवर ने बड़ी सुझबूझ के साथ बस रोक दी थी। आग देखते ही बस यात्रियों में चीख पुकार मच गई। कई यात्री ऐसे थे जो बस के शीशे को तोड़कर बाहर कूद गए। कई गेट से बाहर निकले। आधे घंटे तक लगातार चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया। बस में हुई इस घटना से किसी की जान को कोई नुकसान नहीं हुआ है। यात्रियों के सभी सामान जलकर राख हो गए।

इस हादसे ने दिलाई पुराने हादसे की याद


बीते साल 10 जुलाई 2024 को एक्सप्रेसवे पर हुई एक घटना में 18 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी जबकि 19 लोग घायल हुए थे। इस घटना को याद करते हुए पुलिस ने तत्काल दमकल को सूचना दी और खुद भी घटनास्थल पर पंहुची। मौके पर पंहुची दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया।

 

सामान निकालने की होड़ में बाल-बाल बचे यात्री


बस से जैसे ही ड्राइवर ने धुंआ निकलते देखा तो सुझबूझ के साथ बस को किनारे लगा दिया। कुछ देर बाद अचानक से 5-6 यात्री बस में फिर चढ़ गए और अपने सामान को निकालने लगे। बस धू-धूकर जलने लगी। बस में मौजूद कुछ यात्रियों ने शीशा तोड़कर अपनी जान बचाई। बस ड्राइवर की सूझबूझ से लोगों की जान बच गई।