जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में बने मार्तंड सूर्य मंदिर के सरोवर में मछलियों की मौत का मामला सामने आया है। कई हफ्तों से सरोवर में मछलियों की मौत हो रही है। इसे लेकर मंदिर प्रबंधन ने चिंता जताई है। मछलियों की मौत का मामला बढ़ने के बाद एक्सपर्ट टीम ने मंदिर का दौरा किया है और सरोवर में दवा डालने की सलाह दी है।
मार्तंड मंदिर के सरोवर में मछलियों की मौत को लेकर हाल ही में पुरोहित सभा मार्तंड तीर्थ के पूर्व अध्यक्ष एमके योगी की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अटल डुल्लू से भी मुलाकात की थी। उन्होंने मछलियों की मौत पर गहरी चिंता जताई थी।
मंदिर के सरोवर में अचानक इतनी सारी मछलियों की मौत का मामला सामने आने के बाद कुछ लोगों ने महामारी फैलने की आशंका भी जताई थी। मंदिर के अधिकारियों ने सरोवर के पानी की जांच करने की मांग की थी, ताकि इसकी असली वजह सामने आ सके।
यह भी पढ़ें-- देवी-देवता नहीं, इन मंदिरों में पूजे जाते हैं कुत्ता, भालू और बंदर
एक्सपर्ट टीम ने क्या कहा?
मछलियों की मौत का मामला सामने आने के बाद शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेस एंड टेक्नोलॉजी (SKUAST) की टीम ने यहां का दौरा किया।
SKUAST के मछलीपालन विभाग से जुड़े आदिल हुसैन ने बताया कि पानी में ही कुछ खराबी थी। उन्होंने कहा कि मछली के सैंपल लिए गए तो उनमें बैक्टीरियल इन्फेक्शन पाया गया। इससे बीमारी हुई और मछलियों की मौत हो गई।
आदिल हुसैन ने कहा कि पानी की समय-समय पर सफाई होनी चाहिए। साथ ही मछलियों के लिए उचित पोषक तत्वों वाला स्टैंडर्ड खाना इस्तेमाल करना चाहिए।
इससे पहले एक्सपर्ट टीम ने बताया था कि मछलियों की मौत इन्फेक्शन और ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है। टीम ने सलाह दी थी कि कुछ समय के लिए सरोवर का पानी पीने के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
यह भी पढ़ें-- जीसस क्राइस्ट जब पैदा हुए थे, तब कैसी थी दुनिया? इतिहासकार ने खोले राज
'बिना इजाजत मछलियों को खाना न दें'
मार्तंड सूर्य मंदिर प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। हालांकि, बीते कुछ हफ्तों से मछलियों की मौत की वजह से यहां डर का माहौल था।
मार्तंड सूर्य मंदिर के अध्यक्ष अशोक सिद्धा ने कहा, '15 दिन पहले मैंने देखा कि यहां बहुत सारी मछलियां मर रही थीं। मैंने मत्स्य विभाग के असिस्टेंट डायरेक्ट को फोन किया और उन्होंने यहां एक टीम भेजी। उन्होंने हमसे सरोवर में दवा डालने को कहा लेकिन को फर्क नहीं पड़ा।'
उन्होंने बताया कि बाद में 16 सदस्यों की एक टीम ने यहां टेस्ट किया। उन्होंने लोगों से अपील की बिना इजाजत के मछलियों को खाना न डालें।
