आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के कासिबुग्गा में स्थित वेंकटेश्वर मंदिर में शनिवार सुबह भगदड़ मच गई। इस हादसे में कम से कम 9 लोग मारे गए और कई लोग घायल हो गए। मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं। शनिवार को मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। इसी वजह से भगदड़ हुई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोग आगे बढ़ने की होड़ में धक्का-मुक्की करने लगे जिससे कतार में लगे लोहे की रेलिंग टूट गई। इसके बाद एक-दूसरे पर गिरने से यह दर्दनाक हादसा हो गया।

 

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दुख जताते हुए कहा, 'इस दुखद घटना में श्रद्धालुओं की मौत बहुत दर्दनाक है। मैं मरने वालों के परिवारों को गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों को तुरंत और अच्छा इलाज देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से घटनास्थल पर जाकर राहत कार्य की निगरानी करने को कहा है।'

 

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इस साल की तीसरी घटना

आंध्र प्रदेश में यह अपने तरह की इस साल होने वाली तीसरी घटना है। यह हादसा पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में कुछ दिन पहले हुई भगदड़ की याद दिलाता है। इसी साल 30 अप्रैल को विशाखापट्टनम के सिंहाचलम मंदिर में नई बनी दीवार बारिश से गीली होकर गिर गई। अक्षय तृतीया के मौके पर भारी भीड़ थी। टिकट काउंटर पर 7 लोग मारे गए और 6 घायल हुए।

 

 

 

 

वहीं 8 जनवरी को तिरुपति तिरुमाला मंदिर में स्पेशल दर्शन टिकट काउंटर पर भगदड़ में 6 लोग मारे गए और कई घायल हुए थे। इसी तरह की एक घटना तमिलनाडु में हुई थी जब एक राजनीतिक रैली में 41 लोग मारे गए थे।

2 लाख रुपये मिलेंगे

पीएम मोदी ने दुख प्रकट करते हुए एक्स पर लिखा, 'श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ से दुखी हूं। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हो जाएं। पीएमएनआरएफ से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये प्रत्येक की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।'

 

 

डिप्टी सीएम बोले- हर संभव सहायता मिलेगी

आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा कि राज्य सरकार घायलों को सर्वोत्तम उपचार मिले यह सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव उपाय करेगी। उन्होंने कहा, ‘मृतकों के परिवारों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करते हुए, मैं उन्हें आश्वासन देता हूं कि सरकार उन्हें हर प्रकार की सहायता प्रदान करेगी।’ उप मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक तंत्र से राज्य भर के मंदिरों में आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण दिनों में भीड़ को नियंत्रित करने और ऐसी दुर्घटनाओं को दोबारा न होने देने का अनुरोध किया।

 

(खबर अपडेट की जा रही है।)