दिल्ली में हवा के खराब स्तर के बावजूद, कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 26 नवंबर को बढ़ती नाराजगी के बीच ग्रैप स्टेज-3 की पाबंदियां हटा दीं। कमीशन ने यह निर्णय तब लिया है जब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 327 यानी 'बहुत खराब' बना हुआ है। इस फैसले के बाद राजधानी में लगातार 21वें दिन खतरनाक हवा के बीच निर्माण कार्य और पुरानी डीजल गाड़ियों की आवाजाही एक बार फिर शुरू हो गई।

 

ग्रेडेड रिस्पॉन्स ऐक्शन प्लान (GRAP) लेवल की तीसरी रोक हटाने का फैसला तब आया जब आने वाले दिनों में AQI बहुत खराब होने का अनुमान लगाया गया था। 1 हफ्ते पहले सुप्रीम कोर्ट ने कमीशन को प्रदूषण कंट्रोल के उपायों को और सख्त बनाने के लिए प्रोएक्टिव ऐक्शन लेने के लिए कहा था। 

 

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प्रदूषण का 5वां लंबा सिलसिला

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CBCP) ने बुधवार शाम 4 बजे अपना बुलेटिन जारी किया जिसमें 24 घंटे का औसत AQI 327 था। मंगलवार (353) और सोमवार (382) से थोड़ा बेहतर होने के बावजूद, लगातार 21वें दिन AQI का 300 से ऊपर रहा। यह दिखाता है कि यह अप्रैल 2015 में मॉनिटरिंग शुरू होने के बाद से प्रदूषण का पांचवां सबसे लंबा सिलसिला है।

 

CBCP के मुताबिक, 301-400 के बीच के AQI को 'बहुत खराब' माना जाता है। यह एक ऐसा स्तर है जिससे लंबे समय तक हवा में रहने पर सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। यह बात SC में सुनवाई के दौरान भी सामने आई जब चीफ जस्टिस और सीनियर वकीलों ने सांस लेने में दिक्कत के अपने अनुभव बताए। 

 

CAQM ने अपने फैसले के पीछे का कारण ठीक से नहीं बताया। AQI के खराब स्तर होने पर 21 नवंबर को इसके लिए नए और ज्यादा कड़े GRAP नॉर्म्स की घोषणा की गई थी। इस स्थिति में जब अनुमान था कि अभी कुछ दिनों के लिए AQI 'बहुत खराब' बना रहेगा, नियम और कड़े करने की जरूरत थी। CAQM ने 11 नवंबर को लगाए गए स्टेज 3 के उपायों को हटाने की घोषणा करते हुए कहा, 'पिछले तीन दिनों से दिल्ली का AQI बेहतर हो रहा है और आज यह 327 रिकॉर्ड किया गया है। इसके अलावा, IMD के अनुमान के मुताबिक, आने वाले दिनों में AQI ‘बहुत खराब’ कैटेगरी में रहेगा।'

 

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IIT दिल्ली ने फैसले को बेतुका बताया

IIT दिल्ली के एयर पॉल्यूशन एक्सपर्ट मुकेश खरे ने कहा कि स्टेज 3 के उपायों को हटाने का फैसला बहुत जल्दी लिया गया।  उन्होंने कहा, 'हम जानते हैं कि साल के इस समय तापमान गिर रहा है और AQI ऊपर-नीचे होता रहता है। नवंबर, दिसंबर और जनवरी बहुत जरूरी महीने हैं और हमें ऐसे महीनों में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, जब तक कि बारिश न हो और काफी सुधार न हो। 320 के AQI और 350 के AQI में ज्यादा फर्क नहीं है। हम थोड़ी कम वैल्यू को नॉर्मल नहीं कर सकते और यह फैसला बेतुका लगता है।'

मनजिंदर सिंह सिरसा की घोषणा

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार शाम को घोषणा की, 'इसके तहत, ऑफिस में 50% वर्क फ्रॉम-होम इंतजाम बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों में चल रहा हाइब्रिड मोड भी बंद कर दिया गया है।'

 

सुप्रीम कोर्ट ने 19 नवंबर को CAQM के GRAP को और ज्यादा प्रोएक्टिव बनाने के प्लान को मंजूरी दी थी। चीफ जस्टिस और जस्टिस के विनोद चंद्रन की बेंच ने कहा, 'हमारा मानना है कि एयर पॉल्यूशन कम करने के लिए कोई भी प्रोएक्टिव एक्शन हमेशा वेलकम होगा। हम उम्मीद करते हैं कि CAQM ऐसा एक्शन लेते समय सभी स्टेकहोल्डर्स से सलाह लेगा'।

 

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दिल्ली सरकार पर सवाल उठ रहा था कि डेटा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। खासकर दिवाली के बाद ऐसा हुआ था कि कई स्टेशनों में जरूरी घंटों के समय ब्लैंक हो गए थे। इसमें 10 नवंबर को बिना किसी वजह के ब्लैकआउट भी शामिल है, जब मॉनिटरिंग सिस्टम ज्यादा दिन के लिए बंद हो गया था। आपको बता दें कि पाबंदियां हटाने के बीच, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिल्ली-NCR इलाके को हरा-भरा बनाने के लिए पेड़ लगाने की कोशिशों पर चर्चा करने के लिए एक हाई-लेवल रिव्यू मीटिंग की अध्यक्षता की। भूपेंद्र यादव ने राज्यों को जिलेवार माइक्रो प्लान को मिलाकर पांच साल के ग्रीनिंग प्लान तैयार करने का निर्देश दिया।