अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पाकिस्तान और PoK में मौजूद आतंकी समूहों के खिलाफ भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, हरियाणा राज्य महिला आयोग ने अली खान के बयान पर स्वतः संज्ञान लिया था। महिला आयोग ने नोटिस में कहा कि अली खान के बयानों ने भारतीय सेना में महिला अधिकारियों की गरिमा को कमतर आंका और सांप्रदायिक विवाद को बढ़ावा दिया। 

 

वहीं, अली खान महमूदाबाद ने महिला आयोग के समन के जवाब में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर और इसमें शामिल महिला अधिकारियों पर उनके सोशल मीडिया पोस्ट महिला विरोधी नहीं थे। महमूदाबाद ने कहा कि वह इस बात की सराहना करते हैं कि कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को भारत की विविधता का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए चुना गया था।

 

अली खान महमूदाबाद ने क्या कहा?

 

अली खान महमूदाबाद ने सेना की महिला अधिकारियों द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया ब्रीफिंग को दिखावा और पाखंड बताया था। हरियाणा राज्य आयोग ने उनकी टिप्पणियों को राष्ट्रीय सैन्य कार्रवाइयों को बदनाम करने का प्रयास माना।

 

दक्षिणपंथी लोगों की भी तारीफ की- महमूदाबाद

 

उन्होंने कहा, 'मैंने कर्नल कुरैशी का समर्थन करने वाले दक्षिणपंथी लोगों की भी तारीफ की और उन्हें आम भारतीय मुसलमानों के लिए भी यही रवैया अपनाने के लिए कहा। मुसलमान रोजाना उत्पीड़न का सामना करते हैं। अगर कुछ भी हो, तो मेरी पूरी टिप्पणी लोगों और सैनिकों दोनों के जीवन की सुरक्षा के बारे में थी। इसके अलावा मेरी टिप्पणियों में महिलाओं के प्रति कोई भी द्वेष नहीं है जिसे महिला विरोधी माना जा सके।'

 

ऑपरेशन सिंदूर

 

भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ढांचों पर हमला किया, जिसमें 22 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज़्यादातर पर्यटक थे।

 

कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पिछले हफ़्ते पाकिस्तान पर भारत की सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ मीडिया ब्रीफिंग की थी।