बेंगलुरु में ई-कॉमर्स डिलीवरी बॉय बड़े पैमाने पर ट्रैफिक नियमों को तोड़ रहे हैं। यह हम नहीं बल्कि खुद बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट कह रही है। दरअसल, बेंगलुरु में पुलिस के पास ई-कॉमर्स डिलीवरी एजेंटों द्वारा शहर के ट्रैफिक नियमों नियमों लगातार की जा रहे उल्लंघन की शिकायतें आ रही थीं।

 

शिकायतों के आधार पर शहर की ट्रैफिक पुलिस ने शनिवार को एक विशेष अभियान चलाया। अभियान में ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले डिलीवरी बॉय के कुल 9.64 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है।

 

नियमित रूप से चलते हैं अभियान 

 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) एम एन अनुचेथ ने कहा कि ई-कॉमर्स डिलीवरी में इस्तेमाल होने वाले वाहनों सहित सभी तरह के वाहनों द्वारा ट्रैफिक नियनों के उल्लंघन को रोकने के लिए इस तरह के अभियान नियमित रूप से चलाए जाते हैं।

 

रिपोर्ट में कहा गया है कि अभियान के दौरान 1,859 मामले दर्ज किए गए। इसमें जुर्माना लगाने के बाद डिलीवरी एजेंटों को ट्रैफिक नियमों और सुरक्षा पर एक सेशन भी करवाया गया।

 

यह भी पढ़ें: 'शादी के झूठे वादे से जुड़े रेप केस में स्पष्ट सबूत लेकर आएं', HC

 

सबसे ज्यादा जुर्माना बिना हेलमेट वालों से

 

पुलिस ने इसमें सबसे ज्यादा जुर्माना 2.91 लाख रुपये बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के वालों से वसूला गया है। ऐसे मामले 582 सामने आए। इसके अलावा अन्य प्रमुख उल्लंघनों में नो-एंट्री ज़ोन में गाड़ी चलाने से 1.97 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया। ऐसे मामले  389 थे। वन-वे प्रतिबंधों के खिलाफ गाड़ी चलाने से 1.77 लाख रुपये (354 मामले), ट्रैफिक सिग्नल जंप करने के 209 मामलों से 1.04 लाख जुर्माना और ट्रैफिक में बाधा डालना के 148 मामलों से 1.05 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया।

 

जल्दी से डिलीवरी करने का दबाव 

 

इसके अलावा, अवैध पार्किंग के 98 मामलों से 49,000 वसूले गए, जबकि फुटपाथ पर गाड़ी चलाने के 79 मामलों में कुल 39,500 का जुर्माना लगाया गया।

 

बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने इसको लेकर कहा कि इस तरह के अभियानों का उद्देश्य सड़क सुरक्षा और सुचारू ट्रैफिक सुनिश्चित करना है। यह पहल डिलीवरी कर्मियों द्वारा लापरवाही से गाड़ी चलाने को लेकर बढ़ती चिंताओं को दर्शाती है, जो अक्सर जल्दी से डिलीवरी करने और समयसीमा का पालन करने के दबाव में रहते हैं।