भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक नेता रजनीश सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अयोध्या में मस्जिद की जमीन वापस लेने की मांग की है। उन्होंने एक चिट्ठी लिखी है कि अयोध्या में मुस्लिम पक्षकारों को जो जगह बाबरी मस्जिद के विकल्प में दी गई थी, उसे सरकार वापस ले। उन्होंने दावा किया कि इस काम के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया है। 

नवंबर 2019 में, सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि मुस्लिम पक्षकारों को अयोध्या में 5 एकड़ का भूखंड आवंटित की जाए। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने धन्नीपुर इलाके में सरकार द्वारा आवंटित पांच एकड़ भूमि पर एक नई मस्जिद के निर्माण के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन का गठन किया।

'समाधान नहीं कलह के लिए मस्जिद'
बीजेपी नेता रजनीश सिंह ने अपनी चिट्ठी में सीएम योगी को लिखा, 'मुस्लिम समुदाय ने मस्जिद निर्माण के लिए कोई ठोस कोशिश नहीं की है। उनका 'इरादा वहां मस्जिद बनाने का कभी नहीं था, बल्कि मस्जिद के बहाने कलह को कायम रखना था।'

क्या है जमीन वापसी की दलील?
बीजेपी नेता ने लिखा, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत अयोध्या में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को आवंटित भूमि का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है। मुस्लिम समुदाय का इरादा कभी भी मस्जिद का निर्माण करना नहीं था, बल्कि मस्जिद की आड़ में अशांति और अव्यवस्था कायम रखना था। आपके नेतृत्व के कारण यह संभव नहीं हो पाया। वैसे भी नमाज अदा करने के लिए मस्जिद की जरूरत नहीं है।'

'भावनाओं के साथ खिलवाड़...'
रजनीश सिंह ने कहा, 'मुस्लिम समुदाय इस मस्जिद के माध्यम से केवल बाबर की विरासत को संरक्षित करना और बाबरी मस्जिद के नाम पर हिंदू भावनाओं से खिलवाड़ करना चाहता है।' अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने अभी तक इस पर कुछ नहीं कहा है। 


कौन हैं रजनीश सिंह?
रजनीश सिंह बीजेपी नेता हैं। उन्होंने साल 2022 में यूपी हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर कहा था कि ताजमहल भगवान शिव का मंदिर है, इसका नाम तेजो महालय है। वह ऐसे मुद्दों को अक्सर उठाते हैं।