कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को बड़ा ऐलान किया है कि वह आने वाले बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव अकेले लड़ेगी। इस फैसले की पुष्टि कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने मीडिया को दी। चेन्निथला ने कहा, 'हम BMC चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मैं मीटिंग में शामिल होने आया हूं... कांग्रेस ने फैसला किया है कि हम चुनाव अकेले लड़ेंगे।'

 

यह ऐलान मुंबई की राजनीति में एक बड़ा बदलाव है। खासकर तब जब उद्धव ठाकरे (शिवसेना UBT) और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे (MNS) के बीच नजदीकी बढ़ रही है। पहले ये दोनों एक-दूसरे के सख्त विरोधी थे, लेकिन अब दोनों को लगता है कि मुंबई हारने से ठाकरे परिवार की राजनीतिक विरासत कमजोर हो जाएगी।

 

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उद्धव ठाकरे के लिए आखिरी मौका

उद्धव ठाकरे के लिए BMC जीतना उनकी राजनीतिक वापसी का आखिरी बड़ा मौका माना जा रहा है। 2022 में शिवसेना के टूटने के बाद वे कमजोर हुए हैं। वहीं राज ठाकरे इसे मराठी अस्मिता की लड़ाई बता रहे हैं। MNS खुद को महाराष्ट्र की भाषा और संस्कृति का रक्षक बता रही है।

 

 

 हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार शिवसेना (UBT) और MNS अगले हफ्ते BMC चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं।

 

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MVA का हिस्सा है कांग्रेस

गौरतलब है कि कांग्रेस महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) का हिस्सा है, जिसमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) और शरद पवार की NCP (SP) भी शामिल हैं। लेकिन 2024 के विधानसभा चुनाव में MVA को महायुति (BJP-शिवसेना-शिंदे गुट + NCP-अजित पवार गुट) ने बड़ी हार दी थी।

 

BMC के साथ ही महाराष्ट्र में 29 नगर निगमों, 32 जिला परिषदों और 336 पंचायत समितियों के चुनाव 15 जनवरी को होंगे। नतीजे 16 जनवरी को आएंगे।