मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में अचानक से आधी रात को ग्रमीणों की भारी भीड़ जमा हो जाती है। यह भीड़ मुगल काल के ऐतिहासिक असीरगढ़ किले के पास दबे सोने के सिक्कों को निकालने के लिए हो रही है। सोशल मीडिया पर तेजी से वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें लोग मोबाइल टॉर्च की मदद से रात में खेतों में खुदाई करते नजर आ रहे हैं।

 

जानकारी के मुताबिक, ग्रामीणों ने शाम करीब 7 बजे खेत की खुदाई शुरू की और सुबह 3 बजे तक खुदाई करते रहे। कुछ लोग सोने की सिक्के पता लगाने के लिए मेटल  डिटेक्टर तक का इस्तेमाल किया। बता दें कि तीन दिनों से ग्रामीण खेतों में खुदाई कर रहे हैं।

 

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बुरहानपुर में किले के पास सोने के सिक्के?

दरअसल, गांव में किसी ने अफवाह फैला दी कि बुरहानपुर में किले के पास सोने के सिक्के दफनाए हुए हैं, जो कभी मुगल साम्राज्य का केंद्र रहा करता था। सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई की और अवैध उत्खनन के खिलाफ चेतावनी जारी की। बता दें कि मध्य प्रदेश में ऐतिहासिक मुगलकालीन असीरगढ़ किले को दबे खजाने से जोड़ा जाता रहा है। हालांकि, इस अफवाह का कोई आधिकारिक सबूत नहीं मिल पाया है। 

 

 

लोगों को मिल रहे सोने के सिक्के?

स्थानीय लोगों का दावा है कि ग्रामीणों को खुदाई के दौरान सोने के सिक्के मिल रहे हैं लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। स्थानीय निवासी मोहम्मद वसीम ने चिंता जताते हुए कहा, 'सिक्के मिल रहे हैं और हर रात लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। दूसरे गांवों से लोग आ रहे हैं और कई लोगों का दावा है कि उन्हें सिक्के मिले हैं। सरकार और प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। मैंने पटवारी को सूचित किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक ​​कि सरपंच को भी इस बारे में पता है।'

 

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क्या कहता है इतिहास?

इतिहासकारों का कहना है कि बुरहानपुर कभी एक समृद्ध मुगल शहर था, जिसमें सोने और चांदी के सिक्के बनाने के लिए एक समृद्ध टकसाल थी। संघर्ष के समय, लोग अक्सर अपनी संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिए जमीन के नीचे दबा देते थे।