उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में महाकुंभ में कैबिनेट की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में सभी 54 मंत्रियों ने भाग लिया जिसमें कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
इस मीटिंग में यूपी सरकार ने कई बड़े फैसले लिए। सीएम योगी ने मीटिंग में कहा कि जो निवेश प्रदेश में हुआ है और कुछ नए निवेश के प्रस्ताव यूपी में आए हैं, उन्हें लेटर जारी किए जा रहे हैं। मिर्जापुर में 10 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। युवाओं में स्मार्टफोन और टैबलेट देने की भी व्यवस्था के प्रस्ताव यूपी में आए हैं।
पहले यह मीटिंग मेला अथॉरिटी ऑडिटोरियम में होने वाली थी लेकिन बाद में इसे त्रिवेणी संकुल में शिफ्ट कर दिया गया।
क्या लिए गए फैसले
- बागपत, हाथरस और कासगंज में तीन मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे।
- प्रयागराज, वाराणसी और आगरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन पैसे जमा करने के लिए बॉण्ड जारी करेंगे। अब तक लखनऊ और गाजियाबाद कॉर्पोरेशन ने ही बॉण्ड जारी किया है।
- सिग्नेचर ब्रिज के समानांतर यमुना पर एक ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।
- 3 मेडिकल कॉलेज के साथ साथ 62 आईटीआई और अन्य विकास परियोजनाओं की घोषणा की।
- प्रयागराज में सलोरी और हेतापट्टी के बीच गंगा नदी पर नया सेतु बनाने की योजना।
- गंगा नदी पर नया छह लेन का सेतु बन रहा है जो समय रहते पूरा हो जाएगा।
- अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि रहे बलरामपुर में उन्हीं के नाम पर केजीएमयू के सैटेलाइट सेंटर को मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थापित करने का निर्णय किया गया है।
- गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार किया जाएगा जो प्रयागराज से मिर्जापुर और वहां से भदोही होते हुए काशी, चंदौली और गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ जुड़ेगा। इसके अलावा, वाराणसी और चंदौली से होते हुए यही एक्सप्रेसवे सोनभद्र को जोड़ते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ जुड़ेगा।
कैबिनेट की मीटिंग के बाद योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों सहित त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।
डिफेंस से जुड़ी पॉलिसी पर भी हुई चर्चा
इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी मंत्रियों के साथ ढेर सारे मुद्दों पर चर्चा हुई। देश और प्रयागराज के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि एयरोस्पेस और डिफेंस से जुड़ी जो पॉलिसी है, उसे नए ढंग से लागू करने पर भी चर्चा हुई
अखिलेश ने की आलोचना
महाकुंभ में योगी सरकार द्वारा कैबिनेट मीटिंग करने की अखिलेश यादव ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कुंभ राजनीतिक फैसले लेने की जगह नहीं है।
अखिलेश ने कहा, 'कुंभ में राजनीति नहीं होनी चाहिए. कुंभ में राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होना चाहिए. कैबिनेट ही राजनीतिक है. कुंभ में कैबिनेट रखकर बीजेपी सियासी मैसेज देना।'