कांग्रेस ने देश भर में अपनी जिला इकाइयों को मजबूत बनाने का ऐलान किया है। इस अभियान के तहत शनिवार को गुजरात के लिए कांग्रेस के 43 पर्यवेक्षकों और सात सह पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 183 पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं।

 

एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि एआईसीसी पर्यवेक्षकों को जिला कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्षों के चयन और न्युक्ति की प्रक्रिया की निगरानी करने का काम सौंपा गया है। वेणुगोपाल का कहना है कि एक एआईसीसी पर्यवेक्षक के साथ चार पीसीसी पर्यवेक्षकों को लगाया जाएगा और एआईसीसी पर्यवेक्षक इस समूह का संयोजक होगा, यह समूह राज्य में 41 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया की निगरानी करेगा।

 

एआईसीसी के पर्यवेक्षक

 

एआईसीसी पर्यवेक्षकों में बालासाहेब थोराट, बीके हरिप्रसाद, माणिकम टैगोर, हरीश चौधरी, मीनाक्षी नटराजन, श्रीनिवास बी वी और कई अन्य नेता शामिल हैं। पार्टी के इन पर्यवेक्षकों की पहली बैठक 15 अप्रैल को गुजरात के अरावली जिले में होगी जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस ने देश भर में 'संगठन सृजन' अभियान के तहत जिला अध्यक्षों को अधिक ताकत देने का फैसला किया है। 

 

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते नौ अप्रैल को पार्टी के अहमदाबाद अधिवेशन में कहा था कि जिला अध्यक्षों को संगठन की नींव बनाया जाएगा।

 

अहमदाबाद राष्ट्रीय अधिवेशन से कार्यकर्ताओं में जोश

 

दूसरी तरफ अहमदाबाद में कांग्रेस के दो दिनों के राष्ट्रीय अधिवेशन ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया है। खास तौर से निचले कार्यकर्ताओं में ज्यादा जोश है क्योंकि पार्टी हाई कमान ने ऐलान किया है कि जिला इकाइयों को सशक्त बनाया जाएगा और उन्हें निर्णय लेने के लिए स्वतंत्राता दी जाएगी। इस बीच कांग्रेस ने शनिवार को अपने कार्यकर्ताओं से अहमदाबाद संकल्प को देश के हर घर तक ले जाने का आह्वान किया।

 

लोगों के बीच ले जाएं अहमदाबाद संकल्प

 

कांग्रेस ने कहा कि अहमदाबाद संकल्प भारत के 'लोकतंत्र, गरिमा और विविधता' की रक्षा के लिए संघर्ष का उदघोष है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश और जिला कांग्रेस अध्यक्षों और सभी पदाधिकारियों के साथ में पार्टी के अग्रिम संगठनों के प्रमुखों को लिखे पत्र में (अधिवेशन के) प्रस्ताव में पारित मुद्दों को लोगों के बीच ले जाने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा।

 

'न्याय पथ' प्रस्ताव पारित

 

पार्टी के अहमदाबाद अधिवेशन में नौ अप्रैल को प्रस्ताव - 'न्याय पथ' पारित किया गया था। वेणुगोपाल ने पत्र में कहा, 'अहमदाबाद प्रस्ताव सिर्फ एक नीतिगत वक्तव्य नहीं है। यह भारत के लोकतंत्र, गरिमा और विविधता की रक्षा के लिए संघर्ष का उदघोष है। आइए हम इस अवसर पर आगे आएं और सुनिश्चित करें कि इसका संदेश हमारे देश की हर सड़क, कस्बे और गांव में गूंजे।'