वक्फ संशोधन कानून का देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध हो रहा है। इस्लामिक संगठन वक्फ कानून से बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि वक्फ कानून में बदलाव लाकर सरकार उनके धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप कर रही है। विपक्ष ने भी वक्फ कानून को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। वक्फ बिल पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद कुछ ऐसा कहा है, जिस पर अब विवाद शुरू हो गया है। रविवार को हैदाराबाद में ऑल इंडिया मुस्लिम काउंसिल के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो एक घंटे के अंदर इस बिल इसका इलाज कर देंगे। 

 

इमरान मसूद ने कहा, 'कब्रिस्तान नहीं होंगे तो दफनाने कहां जाएंगे। ईदगाह की तो बात ही छोड़ दीजिए। बस दुआ करें कि हम सत्ता में वापस लौटें। मैं आपसे वादा करता हूं, हम इस कानून को 1 घंटे में ठीक कर देंगे।' इमरान मसूद का यह बयान वायरल हो रहा है। कांग्रेस सांसद ने अपने भाषण में कहा, 'समुद्र में बहुत तूफान आता है और जब तूफान आता है तो बड़ा जहाज ही तूफान का सामना करता है, नावें नहीं कर सकतीं। इसलिए मैं आपसे कहना चाहता हूं कि नावों की सवारी करना छोड़िए और जहाजों की सवारी करने की तैयारी कीजिए।'

 

संविधान के दायरे में रहकर करें विरोध

 

मसूद ने वक्फ के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों में हुई हिंसा की आलोचना की। उन्होंने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर कहा, 'हम हिंसा के पूरी तरह खिलाफ हैं। ये लड़ाई देश के मुसलमानों की नहीं है, ये लड़ाई देश के संविधान की है। जिस तरह से वक्फ संशोधन अधिनियम लाकर संविधान को रौंदा गया, उन्होंने आंशिक रूप से संविधान को रौंदा है। मैं सभी से अपील करूंगा कि विरोध करें लेकिन ऐसा कुछ न करें जो संविधान के खिलाफ हो।'

 

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इमरान मसूद ने कुछ भी  ऐसा करने से मना किया जो संविधान या कानून के दायरे से बाहर हो। इमरान मसूद ने कहा, 'कानूनी दायरे में रहकर ही विरोध करें, कानूनी सीमाओं को न तोड़ें। मैं सभी से अपील करूंगा कि विरोध करें लेकिन ऐसा कुछ न करें जो संविधान के खिलाफ हो।' इमरान मसूद ने बीजेपी को सबसे ज्यादा कानून व्यवस्था खराब करने वाली पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि इस देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाई-भाई की तरह रहते हैं लेकिन बीजेपी इस भाईचारे को खत्म करना चाहती है।  

 

वायरल होने के बाद दी सफाई 


इमरान मसूद का यह बयान वायरल हो गया और लोग उन पर भड़क गए। इमरान मसूद ने मीडिया से बात कर इस बयान पर सफाई दी और कहा कि यह कोई चेतावनी नहीं है। हम बीजेपी के खिलाफ विरोध कर रहे हैं किसी समाज के खिलाफ नहीं। उन्होंने कहा कि मेरा पूरा बयान सुनिए। उन्होने कहा कि मैंने अपने बयान में कहा है कि हिंसा की कोई जगह नहीं है और मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा का जिक्र किया है। 

 

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वक्फ बिल का विरोध 


देशभर में मुसलिम संगठन वक्फ बिल का विरोध कर रहे हैं। ऐसे ही एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा भी हुई। इस हिंसा में  3 लोगों की जान गई है। 

 

पहले भी बयानों की वजह से विवादों में रहे मसूद 


यह पहली बार नहीं है जब इमरान मसूद अपने बयान की वजह से चर्चा में आए। इससे पहले भी इमरान मसूद कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। इससे पहले भी मार्च 2025 में वक्फ के विरोध में वह कह चुके हैं कि जहां खून की जरूरत होगी, वहां खून देंगे। इसके अलावा 2014 में इमरान मसूद नरेंद्र मोदी को लेकर दिए एक बयान से विवादों में रहे। उन्होंने नरेंद्र मोदी के लिए 'बोटी-बोटी कर देंगे' जैसा विवादित बयान दिया था। इमरान मसूद के विवादित बयानों की लिस्ट बहुत लंबी है। कई बयानों को लेकर उनके खिलाफ अदालत में मुकदमे भी जारी हैं।