तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में प्यार करने की वजह से एक दलित आईटी प्रोफेशनल केविन सेल्वा गणेश की हत्या कर दी गई है। उनकी उम्र 27 साल थी। पुलिस इसे नफरत की वजह से हत्या का मामला बता रही है। हत्या का आरोप 24 साल के सुरजित पर है। वह उस महिला का भाई है, जिसके साथ सेल्वा गणेश रिश्ते में थे। 

रविवार को सेल्वा गणेश अपने बीमार दादा के इलाज कराने तिरुनेलवेली शहर के पास एक क्लिनिक में गए थे। वहां उनकी सुभाषिनी मौजूद थी। दोनों स्कूल के दिनों से ही दोस्त थे। सुभाषिनी वहां आर्युवेदिक डॉक्टर के तौर पर काम करतीं थीं।

यह भी पढ़ें:निमिषा प्रिया की फांसी पूरी तरह से रद्द, भारत के ग्रैंड मुफ्ती का दावा

दलित युवक को प्यार की मिली सजा!

पुलिस का कहा है कि सुभाषिनी का परिवार दक्षिण तमिलनाडु के प्रभावशाली मारवर समुदाय से है, वहीं गणेश वेल्लार समुदाय से थे। वह दलित वर्ग से आते थे। पुलिस हत्या की वजह अभी ऑनर किलिंग बता रही है। सुभाषिनी का परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था।

क्लिनिक के बाहर हुई हत्या की प्लानिंग!

रविवार शाम को सुरजित ने गणेश से क्लिनिक के बाहर मुलाकात की। दोनों के बीच बहस हो गई। इसके बाद सुरजित ने कथित तौर पर हंसिए से गणेश पर हमला कर उनकी हत्या कर दी। गणेश का शव क्लिनिक से 200 मीटर दूर बरामद किया गया। 

यह भी पढ़ें: 10,152 कैदी, 49 को फांसी की सजा; विदेश में किस हाल में हैं भारतीय

पुलिसकर्मी हैं लड़की के मां-बाप

सोमवार को तिरुनेलवेली सरकारी अस्पताल में गणेश का पोस्टमॉर्टम किया गया। गणेश की मां तमिलसेल्वी ने पुलिस में शिकायत दर्ज की। सुभाषिनी के माता-पिता मणिमुथार में पुलिस सब-इंस्पेक्टर हैं। आरोप है कि दोनों ने गणेश को धमकियां दी थीं।  

मिर्च पाउडर फेंका, हंसिए से रेत दिया गला 

गणेश के पिता चंद्रशेखर ने कहा, 'मेरा बेटा निर्दोष था। सुभाषिनी ने उसे क्लिनिक बुलाया था। सुरजित उसे बाहर ले गया, चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका और हंसिए से मार डाला। सरकार को तुरंत सुरजित के माता-पिता को नौकरी से हटाना चाहिए। जब तक कार्रवाई नहीं होती, हम अपने बेटे का शव नहीं लेंगे।'

यह भी पढ़ें: कौन हैं हबीब उमर बिन हाफिज जिनके दखल से बदल सकती है निमिषा की किस्मत?

आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने सुरजित और उसके माता-पिता के खिलाफ एससी/एसटी अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।