गुजरात के वडोदरा में बुधवार सुबह महिसागर नदी पर बना गंभिरा पुल टूट गया था। पुल टूटने की वजह से 5 गाड़ियां नदी में गिर गई थीं। इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या भी अब बढ़कर 13 हो गई है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को गुजरात सरकार ने 4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।

 

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, दुर्घटना वाली जगह पर रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी चल रहा है। इसलिए मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। बुधवार रात को नदी से दो शव और मिले थे।

 

इस दुर्घटना पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। वहीं, इस दुर्घटना की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों में दो बच्चे भी हैं।

 

वडोदरा के एसपी रोहन आनंद ने बताया, 'बुधवार रात नदी से दो शव और बरामद हुए हैं। इससे इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इस घटना में घायल हुए 5 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।'

 

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कैसे हुआ यह हादसा?

महिसागर नदी पर बना गंभिरा पुल बुधवार सुबह 7:30 बजे टूट गया था। यह पुल सेंट्रल गुजरात को सौराष्ट्र के इलाकों से जोड़ता था। यह पुल वडोदरा से आणंद को जोड़ता था।

 

एसपी रोहन आनंद ने बताया कि इस पुल का 10-15 मीटर लंबा स्लैब ढह गया था। इस कारण दो ट्रक, दो पिकअप वैन और एक रिक्शा नदी में जा गिरा। पुल टूटने के बाद एक टैंकर अभी भी लटका हुआ है। इस दुर्घटना की जांच के लिए एक टीम गुरुवार सुबह मौके पर पहुंच गई है।

 

'मारो डिकरो डूबी गयो'

जिस वक्त पुल टूटा, उसी वक्त मुजपुर गांव की रहने वालीं सोनलबेन अपने पति और दो बच्चों के साथ भानवगर के बगडाना जा रहे थे। पुल टूटने के बाद जिस वैन में सोनल अपने परिवार के साथ बैठी थीं, वह भी नदी में गिर गया था।

 

सोनलबेन का एक बेहद ही दर्दनाक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो दुर्घटना के तुरंत बाद का है। वीडियो में सोनलबेन रोती-बिलखती दिख रही हैं। सोनलबेन जैसे-तैसे ऊपर आईं। वह पानी में आधी डूबी हुई थीं और जोर-जोर बिलखते हुए कह रही थीं- 'मारो डिकरो डूबी गयो।' उन्होंने अपने पति और बच्चों को बचाने की गुहार लगाई। वह गुजराती में रोते हुए कह रही हैं- 'मेरे बच्चे डूब गए। पति डूब गया। उन्हें बचा लीजिए।'

 

 

रेस्क्यू टीम जब तक यहां पहुंची तब तक देर हो चुकी थी। इस दुर्घटना में सोनलबेन के पति रमेश पढियार, उनकी 4 साल की बेटी वेदिका और 2 साल का बेटे नैतिक की डूबने से मौत हो गई।

 

सोनलबेन ने बाद में मीडिया को बताया, 'हम पूजा करने के लिए भावनगर में बगडाना जा रहे थे। हमारी वैन में 7 यात्री थे। हम सुबह 6:30 बजे निकले थे और पुल पर करीब 7 बजे पहुंचे। जब हम पुल पार कर रहे थे, तभी यह टूट गया।'

 

उन्होंने कहा, 'मैं वैन के पिछले हिस्से में बैठी थी, इसलिए किसी तरह बाहर निकल आई। मेरे पति और बच्चे फंस गए क्योंकि एक ट्रक हमारी गाड़ी पर आकर गिर गया। पानी भी गहरा था। मैं एक घंटे तक मदद के लिए पुकारती रही लेकिन कोई नहीं आया।'

 

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40 साल पहले हुआ था पुल का उद्घाटन

गुजरात के वडोदरा को आणंद से जोड़ने वाला गंभिरा पुल 40 साल से भी ज्यादा पुराना था।

 

गुजरात सरकार में मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि इस पुल का उद्घाटन 1985 में हुआ था और जब-जब जरूरत पड़ती थी, तब इसकी मरम्मत का काम किया जाता था। उन्होंने बताया कि पुल टूटने की असली वजह जांच के बाद ही सामने आएगी।

 

यह पुल करीब 900 मीटर लंबा था। यह पुल 23 पिलर पर बना था। तस्वीर में दिख रहा है कि दो पिलर के बीच बना एक हिस्सा ढह गया था।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह पटेल ने भी इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।