हरियाणा में हुई MBBS परीक्षा के घोटाले की जांच शुरू हो गई है। तीन सदस्यों की जांच कमेटी को आंसर शीट में छेड़छाड़ के सबूत मिले हैं। इस घोटाले की जांच पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कमेटी कर रही है।

आंसर शीट का पहला पेज हटा देते थे आरोपी!

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, जांट कमेटी से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि आरोप है कि कुछ मामलों में कर्मचारी आंसर शीट का पहला पन्ना हटाकर उसे दूसरी शीट में सिल देते थे। इस शीट पर छात्र का नाम, रोल नंबर, बारकोड होता था। ये दूसरी शीट या तो छात्र ने लिखी होती थी या फिर उसकी तरफ से किसी और ने लिखा होता था। ये सारा खेल इसलिए किया जाता था, ताकि आंसर शीट असली लगे। 

एक वीडियो भी हो रही जांच

कमेटी एक वीडियो की भी जांच कर रही है, जिसमें कथित तौर पर नकल माफिया नकल कराते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में छात्र दूसरे कमरे में आंसर शीट को दोबारा लिखते नजर आ रहे हैं। 

कैसे सामने आया था घोटाला?

MBBS की परीक्षा देने वाले एक छात्र ने एग्जाम में गड़बड़ी और नकल की शिकायत की थी। उसने कुछ दस्तावेज और वीडियो भी भेजे थे। आरोप था कि 3 से 5 लाख रुपये में नकल माफिया परीक्षा पास करा रहे हैं। इस शिकायत के आधार पर तीन सदस्यों की कमेटी जांच कर रही है।


बताया जा रहा है कि कुछ छात्र मिटने वाली स्याही से परीक्षा देते थे। बाद में हेयर ड्रायर की मदद से इसे मिटाया जाता था। आखिर में नकल माफिया आंसर शीट भरर जमा कर देते थे। इसके लिए छात्रों से 3 से 5 लाख रुपये लिए जाते थे। 

CID ने गड़ा रखी है नजर

MBBS परीक्षा में हुए इस कथित घोटाले पर CID की नजर भी है। बताया जा रहा है कि CID ने अब तक की जांच को लेकर सारे इनपुट मांग लिए हैं। इस बीच इस घोटाले को सामने लाने वाले छात्र की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। उस पर हमला होने की आशंका थी।