स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतरीन बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश ने एक नया फैसला किया है। हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग उन स्कूलों के टीचर्स और प्रिंसिपल के खिलाफ सख्ती से पेश आएगा जिन स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं होगा, खासकर जहां रिजल्ट 25 प्रतिशत से कम होगा। मंगलवार को राज्य के शिक्षा मंत्री द्वारा शिमला में की गई रिव्यू मीटिंग में यह फैसला लिया गया। 

 

मंत्री ने कहा, ‘जहां पर रिजल्ट जीरो से 25 प्रतिशत तक होगा, वहां हमने फैसला किया है कि स्टाफ और टीचर्स की जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी। हम इस प्रक्रिया को और भी ज्यादा सख्त करने वाले हैं। खासकर उन स्कूलों में जहां पर पूरा का पूरा टीचिंग स्टाफ तो मौजूद है लेकिन परफॉर्मेंस संतोषजनक नहीं है।’

 

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इंक्रीमेंट रोका जाएगा

इस स्कूलों में न सिर्फ अध्यापकों का ट्रांसफर कर दिया जाएगा बल्कि उनका सालाना इंक्रीमेंट भी रोक दिया जाएगा और हेडमास्टर और प्रिंसिपल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर जिन स्कूलों में अच्छा रिजल्ट आएगा उन्हें अवॉर्ड दिया जाएगा।

होगी मंथली मीटिंग

ठाकुर ने कहा, ‘हम मंथली मीटिंग करेंगे जिसमें डिप्टी डायरेक्टर अपनी रिपोर्ट को प्रस्तुत करेंगे। हम अपनी पॉलिसी, प्रोग्राम को रिव्यू कर रहे हैं कि धरातल पर क्या काम कर रहा है। अध्यापकों की जवाबदेही फिक्स की जाएगी।’ वह राज्य के एक स्कूल के बारे में बात कर रहे थे जहां पर पूरा स्टाफ होने के बाद भी रिजल्ट काफी खराब रहा।