दिल्ली में शुक्रवार को हुआ भारी बारिश के बीच निजामुद्दीन इलाके में ऐतिहासिक हुमायूं के मकबरा परिसर में दरगाह शरीफ पट्टे शाह का एक हिस्सा ढह गया। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में एक दर्जन से ज्यादा लोग छत के मलबे के नीचे दब गए थे, जिनको रेस्क्यू करके बाहर निकाला गया।

 

शुरुआती जानकारी में सामने आया था कि मलबे में नौ से 12 लोग फंसे हुए हैं। एडीआरएफ और फायर सर्विस के कर्मी घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव अभियान चलाया।

 

दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने बताया कि शाम लगभग साढ़े चार बजे गुंबद का एक हिस्सा गिरने की सूचना मिली। अधिकारी ने आगे बताया कि आठ से नौ लोगों के फंसे होने की आशंका है और पांच दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गई हैं।

 

ज्वाइंट सीपी ने दी जानकारी

वहीं, दरगाह शरीफ पट्टे शाह परिसर में छत गिरने की घटना पर ज्वाइंट सीपी संजय जैन ने कहा, '10 लोगों को बचाकर एम्स ट्रॉमा सेंटर और एलएनजेपी अस्पताल भेजा गया था। 10 लोगों में से एम्स ट्रॉमा सेंटर में पांच लोगों की मौत हो गई है। घटनास्थल पर बचाव अभियान पूरा हो गया है।'

 

प्रत्यक्षदर्शी ने क्या बताया?

घटनास्थल पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'मैं हुमायूं के मकबरे में काम करता हूं। जब हमने शोर सुना, तो मेरा सुपरवाइजर दौड़कर आया। हमने लोगों और प्रशासन को बुलाया। धीरे-धीरे, हमने फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला।'

 

बता दें कि हुमायूं का मकबरा 16वीं शताब्दी के मध्य में बनाया गया था। यह दिल्ली का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। मकबरे को जिसे देखने के लिए रोजाना हजारों की संख्या अक्सर पर्यटक आते हैं।