जयपुर के सांगानेर विधानसभा में लोकदेवता वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को खंडित असामाजिक तत्वों ने खंडित कर दिया है, जिसके बाद पूरे शहर में बवाल मच गया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लोगों ने प्रदर्शन करते हुए जयपुर-टोंक रोड पर जाम लगा। मूर्ति को खंडित करने की वजह से लोगों में इतना गुस्सा है कि उन्होंने बाजार बंद करवा दिए और टायर जलाकर विरोध अपना विरोध जताया।

 

हालात को देखते हुए इलाके में बड़ी तादात में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इस प्रदर्शन में बजरंग दल और वीएचपी में शामिल हो गई हैं और दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई है ताकि धार्मिक भावनाओं को आहत की जा सके।

 

अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं

 

जयपुर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को आश्वासन दिया है कि दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस इस मामले में आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और उपद्रवियों को पकड़ने के लिए तेजी से कार्रवाई कर रही है। हालांकि, अब तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस इस घटना के पीछे मकसद का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है।

 

हनुमान बेनीवाल ने दी प्रतिक्रिया

 

घटना पर नागौर के सांसद और आरएलपी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी है। बेनीवाल ने घटना की निंदा करते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नर से दोषियों को जल्द पकड़कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

 

उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा ऐसी हरकत करना जन -आस्था के साथ खिलवाड़ है। लाखों -करोड़ों लोगों की आस्था तेजाजी में है और आस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 

वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन

 

बता दें कि राजस्थान सरकार ने मार्च 2023 में वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड के गठन की घोषणा की थी। इसका मकसद समाज की स्थिति का जायजा लेना और उनके पिछड़ेपन को दूर करने के लिए सुझाव देना था। फिलहाल, वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को खंडित करने की घटना को लेकर जयपुर प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। प्रशासन ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।

 

कौन थे वीर तेजाजी?

 

वीर तेजाजी एक राजस्थानी लोक देवता हैं। उन्हें शिव के प्रमुख ग्यारह अवतारों में से एक माना जाता है। तेजाजी को राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सहित कई राज्यों में देवता के तौर पर पूजा जाता है। माना जाता है कि वीर तेजाजी ने समाज में जाति व्यवस्था का विरोध किया।