उत्तराखंड के प्रसिद्ध केदारनाथ धाम की यात्रा प्राकृतिक आपदा की वजह से रुक गई है। रुद्रप्रयाग पुलिस ने हाल ही में एक सूचना जारी की है जिसमें बताया गया है कि जंगलचट्टी के पास एक गधेरे (गहरी नाली) में भारी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरने से पैदल यात्रा मार्ग को काफी नुकसान पहुंचा है। इस कारण से सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक की पैदल यात्रा को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया गया है।

रास्ता बंद होने का कारण

उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन ने चारधाम यात्रा मार्गों को प्रभावित किया है। जंगलचट्टी क्षेत्र में अचानक भारी मलबा और बड़े-बड़े पत्थरों के गिरने से मुख्य पैदल यात्रा मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। यह मार्ग हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, जो सोनप्रयाग से शुरू होकर केदारनाथ मंदिर तक पहुंचता है।

 

 

रुद्रप्रयाग प्रशासन ने जानकारी दी है कि जिन श्रद्धालुओं ने मार्ग क्षतिग्रस्त होने से पहले यात्रा शुरू कर दी थी, उनकी पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही, जो श्रद्धालु वर्तमान में सोनप्रयाग या उसके आसपास हैं, उनसे अनुरोध किया गया है कि वे जहां हैं, वहीं पर रुकें और नजदीकी होटलों या सुरक्षित जगहों पर ठहरें। प्रशासन लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और सभी यात्रियों की सहायता के लिए पुलिस और बचाव दल तैनात किए गए हैं।

 

यह भी पढ़ें: मथुरा: कच्चे टीले पर बने थे 6 मकान, भरभराकर गिर पड़े, कई दबे

 

प्रशासन ने यह भी बताया है कि अगले कुछ दिनों में जिले के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने की संभावना है। ऐसे में भूस्खलन, रास्ते टूटने और दूसरी आपदाओं की आशंका बनी हुई है। इसलिए सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय मौसम की जानकारी जरूर लें और केवल अनुकूल परिस्थितियों में ही यात्रा करें।

प्रशासन की अपील

रुद्रप्रयाग पुलिस और उत्तराखंड प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों के लिए कुछ मुख्य अपीलें की गई हैं:

  • जब तक यात्रा मार्ग पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता, कोई भी व्यक्ति केदारनाथ की ओर न निकलें।
  • जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहें और प्रशासन की अगली सूचना की प्रतीक्षा करें।
  • बारिश और खराब मौसम के कारण जोखिम न उठाएं।
  • मौसम पूर्वानुमान और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें।