जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में जिले के पड्डर सब-डिवीजन के चशोती गांव में गुरुवार को बादल फटने की वजह से भारी तबाही हुई। यह बादल मचैल माता के मंदिर के पास फटा है। शुक्रवार देर रात एएनआई से बात करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने बताया कि सरकार के पास जो जानकारी है उसके अनुसार, 60 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है और 70 के करीब लोग अभी लापता हैं। हालांकि, लापता लोगों का सही डेटा अभी प्रशासन के पास नहीं है। मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला आज किश्तवाड़ा पहुंचे।
आज तीसरे दिन भी राहत और बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री राहत बचाव कार्य का जायजा लेने आपदा प्रभावित चशोती गांव का दौरा किया। इस दौरान वह आपदा प्रभावित लोगों से भी मिले। वहीं, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के बादल फटने से प्रभावित किश्तवाड़ जिले में बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा की और कहा कि प्राथमिकता उन लोगों का पता लगाना है जो अभी भी लापता हैं और जिनके मलबे में दबे होने की आशंका है।
प्रभावित लोगों से मिले मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला पड्डर ब्लॉक के गुलाबगढ़ गांव पहुंचे। यहां उन्होंने इस आपदा के कारण हुए नुकसान का पता लगाने की कोशिश की। इसके बाद वह चशोली पहुंचे, जहां उन्होंने आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात की। इस दौरान लोगों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जानी नुकसान की कोई भरपाई नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, 'मकान फिर बनेंगे, दुकाने फिर बनेंगी लेकिन जानी नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती।'
राहत-बचाव कार्य जारी
इस घटना के बाद से आज तीसरे दिन भी राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रशासन लगातार पीड़ितों की मदद में जुटा हुआ है। NDRF, राष्ट्रीय राइफल के जवान, व्हाइट नाइट कोर की मेडिकल टीम, जम्मू-कश्मीर पुलिस, SDRF और अन्य एजेंसियां ऑपरेशन में जुटी हैं। इस हादसे के कारण अब तक करीब 70 लोग लापता है और 100 से ज्यादा लोग घायल हैं।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 60 मौतों की पुष्टि हो गई है और प्रशासन के पास लगभग 70 लोगों के लापता होने की सूचना है। हालांकि, अभी लापता लोगों की सही जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है। सीएम ने कहा कि मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्कयू ऑपरेशन जारी है। उन्हें निकालना हमारी पहली प्राथमिकता है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लिया जायजा
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात के साथ शुक्रवार देर रात चशोली गांव का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस, सेना, NDRF, SDRF, BRO और बचाव कार्य में मदद कर रहे स्थानीय लोगों से राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की।
लोगों से घरों में रहने की अपील
किश्तवाड़ में आपदा के बाद भी लगातार बारिश हो रही है। इससे रेस्क्यू ऑपरेशन करने में टीम को काफी दिक्कत हो रही है। मौसम विभाग ने भी मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया है। बिना काम के लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। मुख्यमंत्री ने भी लोगों से घरों से बाहर ना निकलने की अपील की साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी घटना से बचने के उपायों पर भी विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा, 'रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने के बाद जांच करेंगे कि क्या प्रशासन एहतियाती कदम उठा सकता था। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की थी और लोगों को जरूरत न होने पर बाहर न निकलने की सलाह भी दी थी। सेना, NDRF, SDRF, पुलिस प्रशासन बचाव में जुटा है। विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने मुझसे बात की और हमें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।'