महाराष्ट्र के कोल्हापुर से एक रोचक मामला सामने आया है। यह मामला इतना रोचक है कि अब इसका वीडियो वायरल हो रहा है। दरअसल, कोल्हापुर के समर्थ महानगड़े यहां के एक कॉलेज में बीकॉम फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है। वह महाराष्ट्र के वाई तालुका के पासरानी गांव का रहने वाला है, परीक्षा वाले दिन समर्थ पंचगनी में था।

 

दरअसल, कुछ दिनों पहले समर्थ को पता चला कि उसके एग्जाम को पोस्टपोन कर दिया गया है, लेकिन छात्र समर्थ के दोस्त ने उसे कॉल करके बताया कि उसका एग्जाम आज ही है। इसका पता चलने पर समर्थ परेशान हो गया। एग्जाम सेंटर पासरनी गांव में था यानी समर्थ की करेंट लोकेशन से लगभग 15 किमी दूर

 

गन्ने के जूस का स्टॉल लगाता है छात्र

 

समर्थ महानगड़े खाली समय में पंचगनी से 5 किलोमीटर दूर हैरिसन फॉली प्वाइंट पर गन्ने के जूस का स्टॉल लगाता है। इसी समय समर्थ के दोस्त ने फोन करके हड़बड़ी में कहा, 'समर्थ, तुम कहाँ हो? परीक्षा शुरू हो चुकी है।' समर्थ का नेचुरल डिससॉल्यूशन मैनेजमेंट का एग्जाम था।

 

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परीक्षा का सेंटर पसारनी गांव में था। परसानी गांव हैरिसन फॉली प्वाइंट से 15 किलोमीटर दूर था, जो खड़ी और घुमावदार पसारनी के पहाड़ों पर स्थित है। रास्ता घुमावदार होने की वजब से सड़क पर ट्रैफिक काफी धीमी गति से चलता है, लेकिन सड़क पर समय गंवाने का समर्थ के पास समय ही नहीं था।

 

दिमाग में हुई हलचल

 

इन सभी दिक्कतों ने समर्थ के दिमाग में हलचल पैदा कर दी। उसके दिमाग में यह चल रहा था कि कैसे भी करके वह एग्जाम सेंटर पहुंच जाए। सड़क के जाम से बचने के लिए समर्थ ने अनोखा जुगाड़ निकालते हुए हवा में उड़ते हुए परीक्षा हॉल पहुंच गया।

 

पैराग्लाइडर गोविंद येवाले ने मदद की

 

छात्र समर्थ महानगड़े के पास में ही हैरिसन फॉली प्वाइंट पर टूरिस्टों को पैराग्लाइडिंग कराने वाले गोविंद येवाले खड़े थे। मसर्थ की दिमाग की बत्ती एकदम से जली और वह गोविंद की तरफ भागा। समर्थ ने गोविंद से कहा, 'भाऊ, मुझे आपकी मदद चाहिए। मुझे 10 मिनट में एग्जाम देना है। क्या आप मुझे वहां ले जा सकते हैं?' येवाले ने भौंहें सिकोड़ते हुए पूछआ कि तू परीक्षा की तारीख कैसे भूल गया? इसके बाद बिना देरी किए गोविंद ने हामी भरते हुए कहा कि समर्थ में पैराग्लाइडर में बैठ जा और बेल्ट बांध ले। 

 

इसके बाद गोविंद येवाले ने समर्थ महानगड़े को अपने पैराग्लाइडर बैठाकर मात्र 5 मिनट में परीक्षा केंद्र पर पहुंचा दिया। जितनी देर में समर्थ एग्जाम हॉल पहुंचा इतने में उसका दोस्त घर से हॉल टिकट और पेन वगैरह ले आया था। येवाले ने पैराग्लाइडिंग से उसे कॉलेज के मैदान में उतारा। इसके बाद समर्थ जब परीक्षा हॉल के अंदर पहुंचा तो उस समय वहां प्रश्न पत्र बांटे जा रहे थे। उसने तुरंत परीक्षा हॉल में मौजूद इंविजिलेटर से एंट्री की अनुमति मांगी। हां में सिर हिलते ही वह अपनी सीट पर बैठ गया।