उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस ने एक मदरसा के प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है। प्रिंसिपल पर एक नाबालिग लड़के के धर्मांतरण करने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि मामला तब सामने आया जब लड़के के पिता जेल से छूटकर आए और उन्होंने मदरसे के बाहर हंगामा किया। 


मामला सामने आने के बाद मंगलवार को पुलिस ने मदरसा प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला खड्डा पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले कोहारगड्डी गांव का है। पुलिस ने बताया कि हाल ही में नाबालिग के पिता जेल से छूटकर आए थे। उन्होंने मदरसे के बाहर हंगामा खड़ा कर दिया, तब जाकर मामला सामने आया।

 

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विपिन बना नूर आलम

पुलिस ने बताया कि मनसाचपार की रहने वालीं राबड़ी देवी ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने मदरसा के प्रिंसिपल मुजीबुर्रहमान पर अपने 15 साल के बेटे का धर्मांतरण करने का आरोप लगाया था।


उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया कि मुजीबुर्रहमान ने फ्री खाने, कपड़े और शिक्षा का लालच देकर उनके बेटे विपिन कुशवाहा को बहलाया और फिर उसका धर्मांतरण कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मदरसा प्रिंसिपल ने उसका नाम विपिन से बदलकर नूर आलम रख दिया था।


राबड़ी देवी ने यह भी आरोप लगाया है कि जब वह अपने बेटे को वापस लेने गई तो आरोपी ने उनके साथ बदसलूकी की और धक्का-मुक्की की। आरोपी ने कथित तौर पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी।

 

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पुलिस ने केस दर्ज किया, प्रिंसपिल गिरफ्तार

खड्डा के एसएचो गिरिजेश उपाध्याय ने बताया कि धर्मांतरण के मामले में सोमवार को उत्तर प्रदेश प्रोहिबिशन ऑफ अनलॉफुल रिलिजियस कन्वर्जन ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था।


उन्होंने बताया कि आरोपी मुजीबुर्रहमान महाराजगंज जिले का रहने वाला है और अभी मदरसे में ही रह रहा था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।


पुलिस ने बताया कि लड़का मदरसा हीलिंग के लिए मदरसे में जाता था। एक लड़की से उसकी दोस्ती हो गई थी। उसके पिता महेंद्र कुशवाहा को 2015 में रेप केस में सजा सुनाई गई थी। 10 साल बाद जब वह जेल से छूटे तो उन्हें पता चला कि बेटा मदरसे में है। इसके बाद शिकायत दर्ज कराई गई।