महाकुंभ 2025 में 3 फरवरी को यानी बसंत पंचमी को 'अमृत स्नान' है। कुंभ में अमृत स्नान का विषेश महत्व है। 29 जनवरी को कुंभ परिसर में मची भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोई अनहोनी ना हो इसके लिए कमर कस ली है।
अमृत स्नान से पहले कुंभ और प्रयागराज प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था बनाई है, जिसमें गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। मेले में कोई छोटी सी भी गलती ना हो इसके लिए प्रशासन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश का कड़ाई से पालन करेगा।
29 जनवरी को मेला परिसर में मची थी भगदड़
बता दें कि 29 जनवरी के महाकुंभ मेला परिसर में रात्रि के दौरान मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और लगभग 60 लोग घायल हो गए थे, जिसके बाद सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए गए थे। हालांकि, अमृत स्नान से पहले प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। 13 जनवरी से अब तक महाकुंभ में 33.61 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं।
बसंत पंचमी पर अमृत स्नान के लिए यूपी सरकार ने कसी कमर
- उत्तर प्रदेश सरकार ने 2019 के अर्ध कुंभ आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले दो सीनियर आईएएस अफसरों आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को महाकुंभ 2025 मेले के सुचारू संचालन का जिम्मा सौंपा है। दोनों अधिकारी भीड़ प्रबंधन के लिए जाने जाते हैं।
- यूपी पुलिस के एडिशनल एडीजी भानु भास्कर मेला परिसर में भीड़ नियंत्रण उपायों की देखरेख कर रहे हैं। रविवार सुबह एडीजी भास्कर ने मेला प्राधिकरण भवन में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का दौरा किया, जहां उन्होंने बड़ी टीवी स्क्रीन से पूरे मेला परिसर, शहर के प्रमुख चौराहों और एंट्री प्वाइंट की निरीक्षण किया।
- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में माइक्रोफोन के जरिए श्रद्धालुओं से लाउडस्पीकर के जरिए आग्रह किया जा रहा है कि वे स्नान के बाद घाटों पर न रुकें और जल्द से जल्द उस जगह को खाली कर दें। इसका मकसद एक जगह भीड़ को ना रूकने देना है। कमांड सेंटर से श्रद्धालुओं को घाटों पर खाने-पीने से भी मना किया जा रहा है।
- एडीजी भानु भास्कर ने पुलिस अधिकारियों को घाटों पर भीड़ जमा होने से रोकने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि श्रद्धालु स्नान और अनुष्ठान करने के बाद तुरंत वहां से चले जाएं। समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को पूरे मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण पर ध्यान देने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
- साल 2019 के कुंभ में भानु चंद्र गोस्वामी प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे, जबकि आशीष गोयल मंडलायुक्त थे।
तीसरा अमृत स्नान
महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान बसंत पंचमी के दिन किया जाएगा। वैदिक पंचांग के अनुसार, बसंत पंचमी का पर्व 3 फरवरी 2025, सोमवार को मनाया जाएगा। धर्मशास्त्रों में इस दिन के महत्व का विशेष वर्णन किया गया है। बसंत पंचमी के दिन अमृत स्नान के साथ-साथ मां सरस्वती की उपासना का भी विधान है। बसंत पंचमी को विद्या, ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है।