महाराष्ट्र इन दिनों भीषण बारिश की मार झेल रहा है। मुंबई, पुणे, ठाणे, रायगढ़, पालघर और सतारा जैसे जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इन क्षेत्रों के लिए अगले 48 घंटों तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ चेतावनी दी है कि यह समय बेहद अहम और संवेदनशील है। राजधानी मुंबई में बारिश ने हालात सबसे ज्यादा बिगाड़े हैं। यहां पिछले 24 घंटों में 300 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसमें से 200 मिमी से ज्यादा सिर्फ 11 घंटों के भीतर ही हो गई।
लगातार बरसात के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों की आवाजाही बाधित रही। कई उड़ानों को देरी से संचालित करना पड़ा, 17 फ्लाइट्स को हवा में चक्कर काटने पड़े और 11 को दूसरे एयरपोर्ट्स की ओर मोड़ना पड़ा। वहीं, मुंबई की मोनोरेल सेवा भी प्रभावित हुई, जब मैसूर कॉलोनी स्टेशन के पास एक ट्रेन बिजली की आपूर्ति ठप होने से अटक गई और यात्रियों को रेस्क्यू करना पड़ा।
सड़कों पर जलभराव
मुंबई के विभिन्न इलाकों में 250 से 360 मिमी तक बारिश हुई, जिससे सड़कों पर जलभराव और यातायात पूरी तरह चरमरा गया। इस बीच, नांदेड़ जिले में एसडीआरएफ की टीम ने बाढ़ग्रस्त गांवों से 300 लोगों को बचाया, जबकि 5-6 लोगों की मौत भी हुई।
बारिश का असर सिर्फ सड़क और हवाई यातायात पर ही नहीं, बल्कि अदालतों और सरकारी दफ्तरों पर भी पड़ा। बॉम्बे हाईकोर्ट को भारी बारिश की वजह से केवल आधे दिन के लिए ही खोलना पड़ा। हालात अभी नियंत्रण में हैं, लेकिन अगले दो दिन बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
फ्लाइट्स लेट और डायवर्ट
मुंबई में बारिश ने सबसे ज्यादा असर दिखाया है। सीएम फडणवीस ने बताया कि सिर्फ 24 घंटों में शहर में 300 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसमें से 200 मिमी से अधिक सिर्फ 11 घंटों में ही हुई।
चक्रवाती हवाओं और तेज बारिश के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों में भारी दिक्कत हुई। मंगलवार शाम तक फ्लाइट्स औसतन 40 मिनट देरी से चल रही थीं। अधिकारियों के अनुसार, 17 फ्लाइट्स को लैंडिंग से पहले हवा में चक्कर लगाने पड़े और 11 फ्लाइट्स को पास के एयरपोर्ट्स पर डायवर्ट करना पड़ा।
कितनी हुई बारिश
मौसम विभाग और बीएमसी (BMC) के आंकड़ों के अनुसार मुंबई के कई इलाकों में 200 मिमी से ज्यादा बारिश हुई।
- विक्रोली (ईस्ट) – 268 मिमी
- मरोल – 262 मिमी
- पवई (पासपोली) – 257 मिमी
- वर्सोवा – 250 मिमी
- चिंचोली फायर स्टेशन (वेस्टर्न सबर्ब्स) – 361 मिमी
- कांदिवली – 337 मिमी
- दिंडोशी – 305 मिमी
- मगाठाणे – 304 मिमी
- दादर और वडाला (साउथ मुंबई) – 280 मिमी से अधिक
- चेंबूर और विक्रोली (ईस्टर्न सबर्ब्स) – 290 मिमी से ज्यादा
इन आंकड़ों से साफ है कि मुंबई के पश्चिमी उपनगर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।
मोनोरेल सेवा बाधित
लगातार बारिश के बीच मुंबई की मोनोरेल सेवा भी ठप हो गई। मैसूर कॉलोनी स्टेशन के पास एक ट्रेन बिजली आपूर्ति बाधित होने से अटक गई। यात्रियों ने तुरंत बीएमसी की इमरजेंसी हेल्पलाइन 1916 पर संपर्क किया। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
महा मुंबई मेट्रो ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MMMOCL) ने बताया कि फिलहाल वडाला से चेंबूर तक एक ही लाइन पर सेवा जारी है और समस्या को ठीक करने का काम जारी है।
विमान की सुरक्षित लैंडिंग
इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें एयर इंडिया के पायलट ने तेज बारिश और कम विजिबिलिटी के बीच मुंबई एयरपोर्ट पर विमान की सफल और सुरक्षित लैंडिंग की। इस वीडियो को देखकर लोग पायलट की सराहना कर रहे हैं और इसे ‘मुश्किल हालात में अद्भुत साहस’ बता रहे हैं।
BMC का राहत कार्य
BMC ने बताया कि मुंबई में 11 घंटों में 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई, जिसके कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बनी। BMC की पंपिंग व्यवस्था ने शहर को डूबने से बचाने के लिए दिन-रात काम किया। हाजी अली, वरली, रे रोड, जुहू और सांताक्रूज जैसे छह मुख्य पंपिंग स्टेशनों ने 16 अगस्त से अब तक 1,645 करोड़ लीटर पानी बाहर निकाला, जो तुलसी झील की भंडारण क्षमता से दोगुना है। मंगलवार सुबह छह घंटों में 540 मोबाइल पंपों ने निचले इलाकों से 182.5 करोड़ लीटर पानी हटाया।
घाट क्षेत्र रेड अलर्ट पर
पुणे जिला कलेक्टर जितेंद्र दूडी ने बताया कि घाट क्षेत्रों में रेड अलर्ट है, जबकि पुणे शहर और अन्य क्षेत्रों में ऑरेंज अलर्ट जारी है। खडकवासला और पवना बांध 95% से अधिक भरे हुए हैं, और पानी की निकासी को नियंत्रित करने की योजना बनाई जा रही है ताकि बाढ़ की स्थिति न बने। नांदेड़ के मुखेड़ तालुका में 300 लोगों को बचाया गया, लेकिन हसनद गांव में 5-6 लोगों की मृत्यु हो गई। जिला कलेक्टर राहुल कार्डिले ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन पैंगंगा और गोदावरी नदियों के प्रवाह पर नजर रखी जा रही है।
हाई कोर्ट आधे दिन तक खुला
मुंबई में लगातार बारिश के कारण बॉम्बे हाई कोर्ट मंगलवार को केवल दोपहर 12:30 तक ही खुला रहा। आमतौर पर सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चलने वाला कोर्ट बारिश, खराब मौसम और वकीलों व कर्मचारियों की आवाजाही में दिक्कतों के कारण जल्दी बंद हुआ। कोर्ट ने सभी कर्मचारियों को दोपहर 1 बजे तक छुट्टी दे दी।
नासिक में ऑरेंज अलर्ट
IMD ने नासिक, अहमदनगर, कोल्हापुर और सिंधुदुर्ग के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। महाराष्ट्र के कई शहरों में बारिश ने जनजीवन को ठप कर दिया है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति पर नजर रख रही हैं और लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रही हैं।
नांदेड़ में 300 लोग रेस्क्यू
नांदेड़ जिले के मुखेड तालुका में भारी बारिश से चार गांवों में संकट खड़ा हो गया। एसडीआरएफ टीम ने 300 लोगों को सुरक्षित निकाला, लेकिन हसनाद गांव में 5-6 लोगों की मौत हो गई। कलेक्टर राहुल कार्डिले ने बताया कि हालात काबू में हैं, लेकिन पैनगंगा और गोदावरी नदियों का बहाव अब भी तेज है।
भारी बारिश ने महाराष्ट्र के कई जिलों में हालात बिगाड़ दिए हैं। मुंबई में जहां फ्लाइट और मोनोरेल सेवाएं बाधित हुईं, वहीं नांदेड़ और पुणे जिलों में बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गईं। प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं। अगर बारिश की रफ्तार यही रही तो हालात और बिगड़ सकते हैं।