मणिपुर के चंदेल जिले में भारत-म्यांमार सीमा के पास न्यू समताल गांव, खेंगजॉय तहसील में असम राइफल्स और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। भारतीय सेना की ईस्टर्न कमांड के अनुसार, खुफिया जानकारी के आधार पर असम राइफल्स ने 14 मई को ऑपरेशन शुरू किया। उग्रवादियों ने सैनिकों पर गोलीबारी की, जिसके जवाब में असम राइफल्स ने कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में 10 उग्रवादी मारे गए और बड़ी मात्रा में हथियार गोला-बारूद बरामद किए गए। ऑपरेशन अभी भी जारी है और इलाके में अन्य उग्रवादियों के छिपे होने की आशंका के चलते तलाशी अभियान चल रहा है। इस कार्रवाई को मणिपुर में उग्रवादी गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता माना जा रहा है। 

 

हाल की मुठभेड़ें

हाल की मुठभेड़ की बात करें तो 2021 नवंबर में मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में असम राइफल्स के काफिले पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के उग्रवादियों ने हमला किया, जिसमें 5 जवान शहीद हुए। इसके बाद असम राइफल्स ने जवाबी कार्रवाई में कई उग्रवादियों को निष्प्रभावी किया। इसके बाद वर्ष 2023 में मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा के दौरान असम राइफल्स ने बफर जोन में कई मुठभेड़ों में हिस्सा लिया। 5 अगस्त 2023 को बिष्णुपुर जिले में कुकी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई, जिसमें असम राइफल्स पर कुकी समर्थन का आरोप लगा।

 

मणिपुर और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय उग्रवादी समूहों में NSCN (IM और खापलांग), PLA, UNLF, KNA, और कुकी-जो समूह शामिल हैं। ये समूह अलगाववादी मांगों, क्षेत्रीय नियंत्रण, और तस्करी के लिए एक्टिव हैं। बता दें कि चंदेल और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में घने जंगल और पहाड़ी इलाके उग्रवादियों के छिपने के लिए सबसे आसान जगह हैं, जिसके कारण मुठभेड़ आम हैं।