मेरठ में एक प्राइवेट यूनीवर्सिटी के अधिकारियों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, सोशल मीडिय पर इस यूनीवर्सिटी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर में नमाज अदा करते हुए देखा गया। पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। 

 

IIMT विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के बाद अब तक एक छात्र और तीन सुरक्षा गार्डों को सस्पेंड कर दिया गया है। वीडियो में करीब 50 छात्रों को परिसर में नमाज अदा करते हुए देखा जा सकता है। यह नमाज 13 मार्च को हुई होगी।

 

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BNS की धारा 299 दर्ज

एसपी (ग्रामीण) राकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि उन्होंने जांच शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों पर बीएनएस धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य) के तहत आरोप लगाए गए हैं।

 

वीडियो सामने आने के बाद समिति का गठन

इस बीच, IIMT ग्रुप के मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा ने एक मीडिया को बताया, 'वीडियो सामने आने के बाद मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की गई। हमें पता चला कि परिसर में 'नमाज' के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। जांच पैनल ने मुख्य अपराधी को अपना मामला पेश करने के लिए बुलाया लेकिन छात्र पेश नहीं हुआ जिसके चलते उसे निलंबित कर दिया गया है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन से छात्र के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की अपील की है।

 

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ऐसी जगहों पर नमाज अदा करना गलत

बता दें कि अगर किसी सार्वजनिक स्थान पर सामूहिक रूप से नमाज अदा की जाती है और इससे अन्य छात्रों को असुविधा होती है, तो विवाद उत्पन्न हो सकता है। वहीं अगर कोई जगह केवल एक धर्म विशेष के लिए ही दी जा रही हो, तो यह अन्य समुदायों के लिए असंतोष का कारण बन सकता है।