दिल्ली के बाद देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की भी हवा दम घोंटू होने लगी है। मुंबई की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 से ऊपर पहुंच रही है, इसको देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने शहर में ग्रैप-4 नियम लागू करने का फैसला किया है।

 

मुंबई में ग्रैप-4 नियम लागू होने का मतलब है कि जिन क्षोत्रों में एक्यूआई 20इ0 से ऊपर है वहां सभी निर्माण कार्य (प्राइवेट और सार्वजनिक) तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए जाएंगे। बीएमसी के कमिश्नर भूषण गगरानी ने बताया कि बोरीवली ईस्ट और भायखला का एक्यूआई खराब है, जिसकी वजह से यहां ग्रैप-4 लागू होगा। 

 

निर्माण स्थलों पर काम रोकेंगे- बीएमसी

 

बीएमसी कमिश्नर ने कहा, 'जिन क्षेत्रों में एक्यूआई सूचकांक 200 अंकों को पार करता है हम ग्रैप-4 मानदंडों के तहत सभी निर्माण स्थलों पर काम रोक देंगे। एक बार जब एक्यूआई 200 को पार कर जाता है तो डेवलपर्स को कोई भी काम रोकने का नोटिस जारी किए बिना नियम तुरंत लागू हो जाएगा। अभी के लिए हमने तुरंत नियम लागू कर दिया है और बोरीवली ईस्ट और बायकुला में निर्माण कार्य को निलंबित कर दिया है। यहां लगातार खराब एक्यूआई खराब श्रेणी में है।'

 

निसमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई 

 

बीएमसी ने साफ किया कि जब तक मुंबई की वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं होता, तब तक शहर में कहीं भी खोदने पर प्रतिबंध रहेगा। निगम ने कहा है कि अगर कोई भी ग्रैप-4 के नियमों का उल्लंघन करता है तो डेवलपर्स के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

 

ग्रैप-4 प्रतिबंध क्या है?

 

ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) में चार चरण होते हैं। इनमें प्रदूषण को कम करने के लिए उपाय किए जाते हैं। एक्यूआई 200 के ऊपर जाने के बाद ग्रैप का पहला चरण लागू किया जाता है। इसी तरह से मुंबई में ग्रैप लागू किया गया है, जिसमें कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं।

 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, 0-50 के एक्यूआई को अच्छी श्रेणी में माना जाता है, जबकि 51-100 संतोषजनक श्रेणी में आता है। वहीं, 200 से 300 अंक तक इसे खराब श्रेणी में रखा जाता है। वहीं, 400 से ऊपर का एक्यूआई गंभीर माना जाता है।