अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क को नया मेयर मिल गया है। न्यूयॉर्क शहर के नए मेयर के रूप में जनता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के धुर विरोधी जोहरान ममदानी को चुना है। जोहरान ममदानी भारतीय मूल के हैं और वह न्यूयॉर्क शहर के पहले मुस्लिम और साउथ एशियाई मेयर बन गए हैं। जोहरान ममदानी की जीत की भारत में खूब चर्चा है। वहीं उनकी जीत पर अब भारत में राजनीति भी होने लगी है। भारतीय जनता पार्टी के मुंबई अध्यक्ष अमित साटम ने उनकी जीत पर एक ऐसी टिप्पणी की है जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। उनकी यह टिप्पणी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनावों से पहले आई है।
मुंबई बीजेपी अध्यक्ष और अंधेरी पश्चिम से विधायक अमित साटम ने जोहरान ममदानी की जीत का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, 'कुछ इंटरनेशनल शहरों का राजनीतिक रंग बदल रहा है। कुछ मेयरों के उपनाम (सरनेम) और महाविकास अगाड़ी के वोट जिहाद को देखकर यह जरूरी हो जाता है कि मुंबई के लोग सावधान हो जाएं। अगर कोई मुंबई पर 'खान' को थोपने की कोशिश करेगा तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुंबई वालों जाग जाओ।' जोहरान ममदानी की जीत के बाद की गई इस टिप्पणी को विपक्ष ने सांप्रदायिक टिप्पणी बताते हुए इसका विरोध किया।
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शुरू हुआ राजनीतिक विवाद
बीजेपी विधायक अमित साटम की सोशल मीडिया पोस्ट से साफ है कि वह मुंबई के लोगों को मुस्लिम समुदाय से सावधान कर रहे हैं। उनकी इस टिप्पणी को विपक्ष ने सांप्रदायिक टिप्पणी बताया है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आनंद दुबे ने अमित साटम की टिप्पणी पर कहा कि बीजेपी नेता मुंबई मेयर चुनावों में पहले दिन से ही इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'अमित साटम मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं। जिस दिन से वह बीजेपी अध्यक्ष बने हैं वह इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। मैं कामना करता हूं कि भगवान उन्हें बुद्धि दें। मुझे विश्वास है कि मुंबई में एक मराठी हिंदू ही मेयर बनेगा।'
अमित साटम ने दी सफाई
बीजेपी विधायक अमित साटम के बयान पर विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद उन्होंने अपने बयान का बचाव किया और बताया कि यह कोई सांप्रदायिक टिप्पणी नहीं थी। उन्होंने कहा, 'मेरी पोस्ट किसी व्यक्ति या धर्म के खिलाफ नहीं है बल्कि एक खास मानसिकता के खिलाफ है जो वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देती है। यह मामला भ्रष्टाचार और एक खास सोच से जुड़ा है। कुछ लोग अपनी राजनीति को बनाए रखने के लिए तुष्टिकरण की राह अपना रहे हैं। हम सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखते हैं लेकिन अगर कोई देशविरोधी रुख अपनाकर समाज को बांटने की कोशिश करेगा तो हम उसका विरोध करेंगे। हम किसी खान को मुंबई का मेयर नहीं बनने देंगे क्योंकि इस सोच के पीछे एक प्रकार की राजनीति छिपी है। यह संघर्ष किसी धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि एक मानसिकता के खिलाफ है।'
बीएमसी चुनावों को लेकर हलचल तेज
बीजेपी विधायक अमित साटम मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष भी हैं। उनकी यह टिप्पणी बीएमसी चुनावों से ठीक पहले आई है। मुंबई में बीएमसी चुनावों को लेकर हलचल तेज हैं और दिसंबर महीने में बीएमसी के चुनाव हो सकते हैं। इन चुनावों की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मुंबई में उद्धव ठाकरे और बाल ठाकरे भाषा और क्षेत्रवाद के मुद्दे को उठा रहे हैं। वहीं अब अमित साटम के इस बयान से अब बीएमसी चुनावों में धर्म की भी एंट्री हो चुकी है। महागठबंधन एक साथ चुनाव लड़ेगा या नहीं यह अभी साफ नहीं हो पाया है।
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जोहरान ममदानी की जीत
न्यूयॉर्क के मेयर चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा को भारी मतों से हराया। ममदानी ट्रंप के कट्टर विरोधी हैं और एक दोनों एक दूसरे पर जुबानी हमले करते रहे हैं। ट्रंप कर्टिस स्लीवा के जीत की उम्मीद में थे लेकिन उन्हें बड़ा झटका लगा। ट्रंप ममदानी को डिपोर्ट तक करने की बात कह चुके हैं। बता दें कि जोहरान ममदानी की मां मीरा नायर भारतीय मूल की फिल्म प्रोड्यूसर हैं।


