दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों, कल्पवासियों एवं पर्यटकों के रूप में करीब 50 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। केंद्र एवं राज्य सरकार ऐसी सुविधाएं यहां मुहैया कराना चाहती है जो आपको अपने शहर, गांव या घर पर मिलती हैं। अगर आप भी महाकुंभ 2025 में संगम में आस्था की डुबकी लगाने जा रहे हैं तो वापसी में यादगार के तौर पर आप बिल्कुल हटकर अपना डाक टिकट बनवाकर ले जा सकते हैं। यह सुविधा महाकुंभ नगर क्षेत्र में स्थापित केंद्रीय डाकघर के मुख्य कैंप कार्यालय में मिल रही है।
महाकुंभ नगर में देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं को केंद्रीय डाकघर एक यादगार मोमेंटो के रूप में उनके फोटो के साथ पोस्टल स्टैंप बनाकर दे रहा है। 22 जनवरी को महाकुंभ नगर में कैबिनेट की बैठक को देखते हुए केंद्रीय डाकघर ने इसी दिन से इस विशेष सुविधा की शुरुआत की। महाकुंभ में आने के बाद अपने परिजन, मित्रों या किसी शुभचिंतक को महाकुंभ 2025 से जुड़े हुए यादगार गिफ्ट के तौर पर यह पोस्टल स्टैंप को बनवाकर फोल्डर या फ्रेमिंग करवाकर के उन्हें दे सकते हैं। इसके साथ ही विशेष अवसर जैसे बर्थडे विशेज के डाक टिकट भी बनवाए जा सकते हैं।
कैसे मिलेगा डाक टिकट?
राजीव उमराव पोस्टमास्टर जनरल केंद्रीय डाकघर प्रयागराज ने बताया, 'यह महाकुंभ 2025 को लेकर यह अनूठी पहल की है। वैसे खास अवसरों पर पोस्ट ऑफिस डाक टिकट जारी करता है लेकिन महाकुंभ 2025 को यादगार बनाने के लिए महाकुंभ 2025 के लोगो वाले पोस्टल स्टैंप के साथ श्रद्धालुओं की फोटो वाला डाक टिकट बहुत विशेष है। इसके लिए एक अच्छी क्वालिटी की फोटो जो प्रिंट करवाना चाहते हैं के साथ 300 सौ रुपया काउंटर पर कैश या ऑनलाइन जमा करना होगा। कुछ प्रोसेसिंग के बाद काउंटर से ही आपका महाकुंभ लोगो वाला डाक टिकट विथ फोल्डर मिल जाएगा।'
इसके अलावा, महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर एक में एक फिलेटिलिक गैलरी और सोवेनियर शॉप भी खोली गई हैं। जहां श्रद्धालु विभिन्न स्मृति चिह्न खरीद सकेंगे। इतना ही नहीं कैंप में बच्चों के लिए इंटरैक्टिव गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जो इस बार विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी। इसके अलावा महाकुंभ के छह स्नान पर्वों तथा अन्य प्रमुख तिथियों पर पिक्टोरियल पोस्ट कार्ड भी जारी किए जाएंगे।
क्षेत्रीय सीनियर पोस्ट मास्टर जनरल राजीव उमराव ने आगे बताया कि इन अस्थायी डाकघरों का उद्घाटन महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर किया गया है। ये डाकघर परेड, अरैल, झूंसी और नागवासुकि जैसे प्रमुख स्थानों पर खोले गए हैं। इन डाकघरों के माध्यम से डाक विभाग अपनी पारंपरिक सेवाओं के साथ-साथ ऐप द्वारा एक कॉल पर श्रद्धालुओं को कैश उपलब्ध कराने की सुविधा भी देगा। इसके अलावा, पार्सल पैकिंग और बुकिंग जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
बता दें कि बुधवार को महाकुम्भ केंद्रीय डाकघर में प्रयागराज की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित विशेष कवर का विमोचन किया। साथ ही महानिर्वाणी अखाड़े पर भी कवर जारी किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर आरपी सिंह ने पिक्चर पोस्ट कार्ड और फिलेटलिक गैलरी का उद्घाटन भी किया। पूर्व क्रिकेटर आरपी सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि डाक विभाग न केवल एक संचार माध्यम है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और प्रचारित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने प्रयागराज की ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के लिए डाक विभाग के प्रयासों की प्रशंसा की। महानिर्वाणी अखाड़े के महासचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने डाक विभाग को कवर जारी करने के लिए धन्यवाद दिया। सचिव श्रीमहंत यमुनापुरी ने कहा कि सभी संदेशों को लोगों को पहुंचाने का काम डाक विभाग करता है।